रामलला की बगिया में काशी की हाेगी छांव, मंडुआडीह के नर्सरी संचालक ने तैयार किए 1500 पौधे
अयोध्या में रामलला मंदिर की बगिया में काशी के पौधों की छांव होगी। मंडुआडीह के नर्सरी संचालक ने तैयार किए 1500 पौधे।
वाराणसी, जेएनएन। मंडुआडीह निवासी अशोक मौर्या ने जिस सपने को कई वर्षों से संजो कर रखा था उसे पूरा करने की घड़ी अब आ गई है। पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ से अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन होने जा रहा है। इसके बाद वहां कारसेवा शुरू हो जाएगी। मंदिर निर्माण के साथ ही 84 कोस में फैली अयोध्या नगरी में भव्य बागवानी भी की जाएगी। इसमें मंदिर परिक्षेत्र में भी बड़ी बागवानी की रूपरेखा तैयार हुई है। इसके लिए काशी से 1500 पौधे भेजने की तैयारी हो चुकी है। इस कार्य में मददगार बने हैं दर्जा प्राप्त मंत्री डा. दयाशंकर मिश्र उर्फ दयालु।
मंडुआडीह से बिहारी बाग नर्सरी संचालक अशोक मौर्या ने 1500 छायादार, फलदार, शोभायुक्त, सुगंधित पौधा भेजने की तैयारी में है। छह माह से नर्सरी में पौधों को तैयार किया है। उनका कहना है कि उनका परिवार भगवान राम में आस्था रखता है। उन्हीं के आशीर्वाद से उनका नर्सरी बीते 35 वर्ष से चल रहा है। नर्सरी पर जो भी राम के नाम पौधा लेने आता है तो उसे वह मुफ्त में पौधा देते हैं। अशोक ने बताया कि वह ट्रांसपोर्ट के माध्यम से वाहन द्वारा श्रीराम मंदिर के ट्रस्टी को भेंट स्वरूप अयोध्या में पौधा भेजेंगे।
श्रीराम मंदिर के ट्रस्टी को भेंट स्वरूप अयोध्या में भेजेंगे ये पौधें
-छायादार पौधे : मोलसड़ी, अमलतारा, गुलमोहर, छितवन, नीम, सीता अशोक, बॉटल ब्रुश
-फलदार पौधे : बनारसी लगड़ा आम, अमरूद, कागदी नीबू, शरीफा, कागदी बेल, आंवला
-शोभायुक्त पौधे : बॉटल पाम, फाइकस, गुड़हल, इत्यादि
-सुंगंधित पौधे : गुलाब देशी, बेला, गंधराज, सोन चंपा, चांदनी चंपा, रात रानी
-पूजनीय पौधा : रुद्राक्ष, कल्प वृक्ष, शमी, तुलसी
पौधे लेकर हम खुद जाएंगे राम जन्म भूमि
दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री डा. दयाशंकर मिश्र उर्फ दयालुने बताया कि अशोक मौर्या ने उनकी निगरानी में ही राम जन्मभूमि स्थल के लिए पौधों को नर्सरी में तैयार किया है। भूमि पूजन के बाद पौधे लेकर मैं खुद राम जन्मभूमि जाऊंगा और वहां श्रीराम मंदिर के ट्रस्टी को सौंपेंगे।