सड़कों पर सवारी वाहन चलाएंगी एनआरएलएम समूह की महिलाएं, देश-विदेश में सफलता का लहरा चुकी हैं परचम
मीरजापुर जनपद की सड़कों पर अब उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की महिलाएं फर्राटा से सवारी वाहन चलाएंगी।
मीरजापुर, जेएनएन। सवारी वाहन को हाथ देकर रोकने पर महिला ड्राइवर दिखे तो चौंकिएगा नहीं। मीरजापुर जनपद की सड़कों पर अब उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की महिलाएं फर्राटा से सवारी वाहन चलाएंगी साथ ही ट्रैक्टरों से खेतों की अब जोताई भी करेंगी। समूह की महिलाएं बागवानी, कैंटीन आदि के सफल संचालन के बाद अब इस क्षेत्र में भी रोजगार के लिए हाथ आजमाने को तैयार हैं। महिलाओं को सवारी वाहन या ट्रैक्टर चलाने के लिए बाकायदा परिवहन विभाग द्वारा कड़ा प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिससे समूह की महिलाएं वाहन खरीदकर इस क्षेत्र में भी अपनी सफलता का परचम लहरा सकें। एनआरएलएम की महिलाएं अपनी सफलता का परचम देश-विदेश में तक लहरा चुकी हैं।
महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूहों का गठन किया जा रहा है। इसके पूर्व समूह की महिलाओं द्वारा जनपद में प्रेरणा कैंटीन, फूलों से अगरबत्ती बनाने, मोमबत्ती निर्माण, कालीन उद्योग, वाहन चलवाने का कार्य किया जा रहा है। डीसी दशरथ मिश्रा ने बताया कि पुलिस अधीक्षक कार्यालय स्थित प्रेरणा कैंटीन की पानकली ने तो वाराणसी स्थित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुखातिब होकर जनपद को गौरवांवित कर चुकी हैं। गरीब प्रेरणा स्वयं सहायता समूह व विकास खंड सिटी के हरिहरपुर बेदौली की अफसाना बेगम के समूह द्वारा तैयार कालीन ने तो प्रतिभा का डंका विदेशों में भी मनवाया है। जापान के ओसाका में ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा 17 से 19 जुलाई तक होने वाले इंडिया गारमेंट फेयर तथा इंडिया होम फर्निशिंग फेयर में मीरजापुर के समूह की अफसाना बेगम शिरकत किया था। समूह द्वारा तैयार कालीन जापान में धमाल मचाया है। बागपत से खेकड़ा व बेडशीट के लिए मुस्कान स्वयं सहायता समूह की फामिदा शामिल हो चुकी है।
इस बारे में सीडीओ प्रियंका निरंजन ने कहा कि जनपद की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनवाने की कवायद की जा रही है। इसमें उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। समूह की महिलाओं को परिवहन विभाग से वाहन चलाने का प्रशिक्षण दिलाकर आत्मनिर्भर बनाया जाएगा।
मीरजापुर में समूह की महिलाएं
प्रति समूह महिलाएं : 10 से 12
जिले में कुल समूह : 7720
समूह में कुल महिलाएं : 65 हजार लगभग