अब जीआई उत्पादों का भी बनेगा टूरिस्ट सर्किट, टूरिज्म वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से पर्यटन विभाग को भेजा गया प्रस्ताव
देश की सांस्कृतिक राजधानी काशी में अब जीआई (जीओग्राफिकल इंडिकेसन) उत्पादों का टूरिस्ट सर्किट बनने जा रहा है। इसमें 13 जीआई उत्पादों को शामिल किया जाएगा। योजना के तहत काशी आने वाले सैलानियों को यहां के पुरातन शैली संस्कृति और कलाकारी से जोड़ा जाएगा।
वाराणसी, सौरभ चंद्र पांडेय। देश की सांस्कृतिक राजधानी काशी में अब जीआई (जीओग्राफिकल इंडिकेसन) उत्पादों का टूरिस्ट सर्किट बनने जा रहा है। इसमें 13 जीआई उत्पादों को शामिल किया जाएगा। योजना के तहत काशी आने वाले सैलानियों को यहां के पुरातन शैली, संस्कृति और कलाकारी से जोड़ा जाएगा। काशी की ख्यात गुलाबी मीनाकारी कलाकारी से सैलानियों को टूरिस्ट सर्किट के माध्यम से परिचित कराने की योजना बन रही है। इसके लिए टूरिज्म वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से पर्यटन निदेशक अविनाश चंद्र मिश्र को एक प्रस्ताव भेजा गया है। उम्मीद है कि आगादी दो माह में पर्यटन विभाग इस प्रस्ताव को मंजूरी दे सकता है। टूरिस्ट सर्किट में सैलानियों के लिए दो पैकेज बनाए जा रहे हैं। पहला शहर के अंदर जिन उत्पादों को जीआई में शामिल किया गया है। उसके लिए छह से आठ घंटे का पैकेज होगा। दूसरा शहर से बाहर अन्य जिलों के जीआई उत्पादों के लिए एक से डेढ़ दिन का पैकेज बनाया जाएगा। इससे जीआई उत्पादों की बिक्री तो बढ़ेगी ही साथ ही लोगों को रोजगार भी मिलेगा। वहीं इस योजना से पड़ोसी जिलों का पर्यटन विस्तार भी होगा।
टूरिस्ट सर्किट में शामिल होंगे यह उत्पाद
टूरिस्ट सर्किट में बनारसी ब्रोकेड, बनारसी साड़ी, साफ्ट स्टोन जाली वर्क, गुलाबी मीनाकारी शिल्प, लकड़ी के बर्तन और खिलौने, मेटल रेपोस क्राफ्ट, भदोही का हस्तनिर्मित कालीन, ग्लास बीड्स, गाजीपुर का वाल हैंगिंग, चुनार-मिर्जापुर की हस्तनिर्मित दरी को टूरिस्ट सर्किट में शामिल करने की योजना बनी है।
वैश्विक स्तर पर मिली पहचान
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जब से विदेश के मेहमानों को काशी के शिल्प को उपहार में भेंट करना शुरु किया है तब से काशी की गुलाबी मीनाकारी को वैश्विक स्तर पर पहचान मिली है। इन उत्पादों की बिक्री अभी तक आनलाइन होती रही है। यदि यह योजना मूर्त रुप लेती है तो काशी घूमने आने वाले सैलानियों को पर्यटन कारोबारी उन कारीगरों तक पहुंचाएंगे। इससे यदि सैलानी उत्पादों को खरीदने के लिए इच्छुक होते हैं तो उन्हें खरीदारी के लिए एक माध्यम मिलेगा।
इस तिथि को मिला इन उत्पादों को जीआई का तमगा
तिथि वस्तुएं
चार अप्रैल 2009 बनारसी साड़ी और ब्रोकेड
तीन अप्रैल 2010 हस्तनिर्मित कालीन भदोही
23 मार्च 2015 गुलाबी मीनाकारी शिल्प
30 मार्च 2015 हस्तनिर्मित कालीन मिर्जापुर
30 मार्च 2015 लकड़ी के बर्तन और खिलौने
31 मई 2016 बनारस मेटल रेपोस क्राफ्ट
10 नवंबर 2016 ग्लास बीड्स
28 मार्च 2018 साफ्ट स्टोन जाली वर्क
28 मार्च 2018 वाल हैंगिंग गाजीपुर