अब काशी से आगरा के बीच दौड़ेगी तेजस ट्रेन, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर बन रहा प्रस्ताव
बनारस-आगरा के बीच भी तेजस ट्रेन के संचालन की इच्छा मुख्यमंत्री योगी ने गत दिनों आइआरसीटीसी के अधिकारियों से जाहिर की थी। अब इस दिशा प्रस्ताव भी बनाया जा रहा है।
वाराणसी, जेएनएन। काशी-महाकाल एक्सप्रेस से बनारस के धार्मिक रूट को जोडऩे के बाद अब आगरा तक तेजस ट्रेन चलाने की तैयारी है। पिछले साल अक्टूबर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में तेजस को हरी झंडी दिखाते समय बनारस-आगरा के बीच भी इस ट्रेन संचालन की इच्छा आइआरसीटीसी के अधिकारियों से जाहिर की थी। अब, इस दिशा प्रस्ताव भी बनाया जा रहा है।
बनारस से आगरा रूट पर ट्रेन को 130 किमी प्रति घंटा की गति तक दौड़ाया जा सकता है। इसको देखते हुए आइआरसीटीसी इस रूट पर तेजस के संचालन पर गंभीर है। इसे अमलीजामा पहनाने से सामान्य यात्रियों संग विदेशी पर्यटकों को भी लाभ मिलेगा। आइआरसीटीसी के सूत्रों ने बताया कि ट्रेन संचालन के लिए जल्द निजी कंपनी तलाश ली जाएगी। अगर कोई कंपनी नहीं आई तो आइआरसीटीसी ही संचालन करेगी। आइआरसीटीसी की पहली तेजस ट्रेन के यात्रियों को 25 लाख रुपये तक बीमा भी दिया जा रहा है। यात्रा के दौरान लूटपाट या सामान चोरी होने की स्थिति में भी एक लाख रुपये के मुआवजा की व्यवस्था है।
तेजस एक्सप्रेस की सुविधाएं
- तत्काल या प्रीमियम तत्काल कोटा नहीं है। जनरल और फॉरेन टूरिस्ट कोटा है।
- कोई रियायती टिकट नहीं है। पांच साल तक के बच्चे को टिकट से छूट है।
- ट्रेन एक घंटा से अधिक लेट होने पर आइआरसीटीसी 100 रुपये मुआवजा देगी। वहीं, ट्रेन दो घंटे से अधिक लेट हुई तो यात्री 250 रुपये के मुआवजे के लिए क्लेम कर सकता है।
- ट्रेन की रवानगी से चार घंटे पहले तक वेटिंग टिकट रद कराने पर 25 रुपये काटकर शेष राशि वापस होगी।
- ट्रेन का चार्ट बनने पर वेटिंग टिकट कन्फर्म नहीं होने पर बिना किसी कटौती के पूरी राशि वापस होगी।
- तेजस की हर सीट के पीछे एलसीडी स्क्रीन है।
- विमान की तर्ज पर इस ट्रेन में अटेंडेंट को बुलाने के लिए काल बेल है।
- ट्रेन के टॉयलट में टचलेस नल व बायो वैक्यूम सिस्टम है।
- वाईफाई के साथ ही सीसी कैमरे, इंफार्मेशन सिस्टम है।