अब कैंट रेलवे स्टेशन पर माटी की सोंधी खुशबू के साथ चाय का स्वाद
वाराणसी के कैंट स्टेशन पर मिट्टी की सोंधी महक और चाय की चुस्कियां एक साथ मिलने लगी हैं। लोग कुल्हड़ में मिलने वाली चाय का न सिर्फ स्वाद बल्कि इसके इको फ्रेंडली होने पर भी खुश हैं।
वाराणसी, जेएनएन।अब कैंट स्टेशन पर मिट्टी की सोंधी महक और चाय की चुस्कियां एक साथ मिलने लगी हैं। लोग कुल्हड़ में मिलने वाली चाय का न सिर्फ स्वाद बल्कि इसके इको फ्रेंडली होने पर भी खुश हैं। कुछ यात्रियों ने रेल मंत्रालय के फैसले की सराहना करते हुए इसे अच्छा बताया। वहीं कुछ यात्री तो कुल्हड़ की चाय के स्वास्थ्य पर पडऩे वाले अच्छे प्रभाव का व्याख्यान करते दिखे। रेल अफसरों के मुताबिक फिलहाल कुल्हड़ आपूर्ति बाजार से खरीद कर की जा रही है। लेकिन जल्द ही कुम्हार का चयन कर नियमित तौर पर कुल्हड़ आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
कुम्हार की हो रही तलाश
कुल्हड़ आपूर्ति के लिए कुम्हार की तलाश की जा रही है। इसके लिए रेल अफसरों की टीम सर्वे में जुट गई है। अफसरों ने बताया कि इस तरह से न सिर्फ स्वाद में मिठास आएगी। बल्कि गरीब कुम्हारों के लिए रोजगार के अवसर खुलेंगे।
चार कैंटीनों पर पहुंचे मिट्टी के बर्तन
कुल्हड़ में चाय देने को रेल विभाग की अपनी कैंटीनों पर कुल्हड़ पहुंचा दिए गए हैं। ये प्लेटफार्म संख्या चार पर एक रेल जलपान गृह, प्लेटफार्म संख्या छह व सात पर दो कैंटीन और नौ नंबर पर एक कैंटीन में पहुंचा दिया गया है। अफसरों के मुताबिक सभी आइआरसीटीसी जलपान गृह और अन्य लाइसेंस वेंडरों को भी कुल्हड़ का प्रयोग करना होगा।
सभी रेलवे कैंटीनों, वेंडरों और आइआरसीटीसी आउटलेट पर कुल्हड़ में चाय बेचने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। चाय के स्वाद पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
-आनंद मोहन, स्टेशन निदेशक, वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन।