अब शुद्ध सरसों के तेल की ही हो सकेगी बिक्री, 20-80 का अनुपात किसी कीमत पर नहीं चलेगा
भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के प्रावधान के अनुसार एक अक्टूबर से समस्त मिष्ठान प्रतिष्ठानों को निर्माण तिथि लिखना आवश्यक है। डीएम राजेश कुमार ने आउटलेट पर बिक्री के लिए प्रदर्शित खुली मिठाइयों के कंटेनर ट्रे पर निर्माण तिथि एवं बेस्ट बिफोर डेट लिखने के निर्देश दिए हैं।
आजमगढ़, जेएनएन। भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के प्रावधान के अनुसार एक अक्टूबर से समस्त मिष्ठान प्रतिष्ठानों को निर्माण तिथि एवं बेस्ट बिफोर का समय लिखना आवश्यक है। डीएम राजेश कुमार ने आउटलेट पर बिक्री के लिए प्रदर्शित खुली मिठाइयों के कंटेनर, ट्रे पर निर्माण तिथि एवं बेस्ट बिफोर डेट लिखने के निर्देश दिए हैं। खास बात यह है कि सरसो का तेल भी अब पूर्णतया शुद्ध बिकेगा। अब 20 फीसद सरसो का तेल और 80 फीसद धान की भूसी जैसे मिलावट की गुंजाइश नहीं होगी। इसके लिए जांच की गति तेज की जाएगी।
भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के निर्देश के अनुसार कलाकंद के उपभोग की अवधि सेम डे (उसी दिन) अर्थात एक दिन होगी। अन्य दुग्ध उत्पाद जैसे बादाम मिल्क, रसगुल्ला, रसमलाई, रबड़ी, राजभोग, चमचम, संदेश मलाई रोल, हीरामणि, हरी भोग अनुरोध, अनारकली, माधुरी रसकदम, खीर मोहन इत्यादि का बेस्ट बिफोर दो दिन होगा। मिष्ठान उत्पाद रेफ्रिजरेटर में रखे जाएंगे। इसी प्रकार लड्डु एवं खोवा की मिठाइयां मिल्क केक, मथुरा पेड़ा, बर्फी, पिस्ता बर्फी, नारियल बर्फी, चॉकलेट बर्फी, पेड़ा, बूंदी लड्डू, नारियल लड्डू, लाल लड्डू, मोतीचूर, मोदक, खोया बदाम, मेवा बाटी फ्रूट केक, खोवा तिल, मलाई घेवर, नारियल लड्डू, छोटा मेवा लड्डू, ड्राई फ्रूट तिल बग्गा, शाही व खोवा केसर बादाम रोल, खीर कदम, खीरा बीज बर्फी एवं मोती पाक की अवधि निर्माण की तिथि से चार दिन की होगी।
घी में निर्मित मिठाई ड्राई फ्रूट, ड्राई फ्रूट लड्डू, काजू कतली, घेवर, शक्करपारा, शाही लड्डू, मूंग बर्फी, आटा लड्डू, ड्राई फ्रूट गुझिया, बालूशाही, बदाम बर्फी, काजू अंजीर रोल, चंद्रकला की निर्माण तिथि से सात दिन तक अवधि होगी। जबकि सोहन हलवा, गजक, चिक्की आटा लड्डू, बेसन लड्डू, चना लड्डू, चना बर्फी, अंजीर खजूर बर्फी की उपभोग अवधि निर्माण तिथि से 30 दिन तक की होगी।