कस्तूरबा बालिका विद्यालय में अब महिला शिक्षकों की होगी नियुक्ति, वाराणसी के पांच शिक्षक होंगे बाहर
वाराणसी में कस्तूरबा बालिका आवासीय विद्यालयों के पूर्णकालिक पुरुषों शिक्षकों की नियुक्ति नहीं होगी। खेल प्रशिक्षक व स्काउट-गाइड में अंशकालिक शिक्षक नियुक्त किए जाएंगे।
वाराणसी, जेएनएन। अब कस्तूरबा बालिका आवासीय विद्यालयों के पूर्णकालिक पुरुषों शिक्षकों की नियुक्ति नहीं होगी। खेल प्रशिक्षक व स्काउट-गाइड में अंशकालिक शिक्षक नियुक्त किए जाएंगे। जनपद के छह कस्तूरबा विद्यालयों के पांच शिक्षक नए सत्र में बाहर किए जाएंगे।
मुख्य विकास अधिकारी मधुसुदन हुल्गी की अध्यक्षता में शुक्रवार हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। शासन के निर्देश पर अब हिंदी, गणित, सामाजिक विषय, विज्ञान जैसे मुख्य विषयों में अब सिर्फ महिला शिक्षक की ही नियुक्ति की जाएगी। ऐसे में पांच अंशकालिक शिक्षक अब पूर्णकालिक हो जाएंगे। वहीं दस पूर्णकालिक शिक्षकों को अंशकालिक पर नवीनीकरण किया जाएगा। बैठक में जिला विद्यालय निरीक्षक डा. वीपी सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह, डायट प्राचार्य उमेश कुमार शुक्ला सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
रहने-खाने की मुफ्त व्यवस्था कस्तूरबा बालिका विद्यालयों कक्षा छह से आठ तक की छात्राओं को रहने-खाने व पढऩे की सुविधा पूरी तरह मुफ्त हैं। जनपद के छह कस्तूरबा विद्यालयों में 600 छात्राएं पंजीकृत हैं। कस्तूरबा विद्यालयों में ऑनलाइन क्लास जारी है।
वर्तमान में 46 शिक्षक नियुक्ति
जनपद के कस्तूरबा बालिका विद्यालयों में 86 अंशकालिक, पूर्णकालिक शिक्षक, वार्डेन व कर्मचारी तैनात हैं। इसमें 46 अध्यापक भी शामिल हैं।
स्नातक व स्नातकोत्तर अंतिम खंड की परीक्षाएं 20 दिनों में होंगी खत्म
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के स्नातक (यूजी) अंतिम खंड की अवशेष व स्नातकोत्तर (पीजी) अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं सितंबर के प्रथम सप्ताह में होंगी। परीक्षाएं 20 दिनों के भीतर खत्म कर लेने का लक्ष्य रखा गया है। टाइम टेबल व परीक्षा केंद्रों के बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वहीं प्रश्नपत्रों के मॉडरेशन का कार्य भी जारी है। कुलपति प्रो. टीएन की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई परीक्षा समिति की बैठक में हेड व डीन के प्रस्ताव को यूजी-पीजी अंतिम खंड की परीक्षाएं पुराने पैर्टन पर कराने की हरी झंडी मिल गई। वहीं यूजीसी की गाइड लाइन व शासन के निर्देश पर स्नातक प्रथम, द्वितीय तथा स्नातकोत्तर प्रथम, द्वितीय व तृतीय सेमेस्टर के छात्रों को बगैर परीक्षा अगली कक्षा में प्रोन्नत करने के प्रस्ताव को भी स्वीकृति मिल गई। स्नातक अंतिम खंड व स्नातकोत्तर अंतिम सेमेस्टर में वाराणसी सहित पांच जिलों में 94360 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल होंगे। इसमें स्नातक के करीब 72000 परीक्षार्थी शामिल है।