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अब रेलवे अफसरों से करेंगे ई-संवाद, कार्यालय में आगंतुक एक साथ 12 अधिकारियों से कर सकेंगे बात

मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय वाराणसी में तकनीकी माध्यम से संवाद करने के लिए ई-संवाद कक्ष का शुभारंभ डीआरएम विजय कुमार पंजियार ने फीता काटकर किया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Wed, 22 Jul 2020 07:20 AM (IST)Updated: Wed, 22 Jul 2020 04:46 PM (IST)
अब रेलवे अफसरों से करेंगे ई-संवाद, कार्यालय में आगंतुक एक साथ 12 अधिकारियों से कर सकेंगे बात
अब रेलवे अफसरों से करेंगे ई-संवाद, कार्यालय में आगंतुक एक साथ 12 अधिकारियों से कर सकेंगे बात

वाराणसी, जेएनएन। पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन मंगलवार की सूचना क्रांति के युग में तकनीक में एक और बदलाव किया। मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय वाराणसी में तकनीकी माध्यम से संवाद करने के लिए ई-संवाद कक्ष का शुभारंभ डीआरएम विजय कुमार पंजियार ने फीता काटकर किया। एनई रेलवे मजदूर यूनियन के मंडल अध्यक्ष बीके सिंह व मंडल मंत्री एनबी सिंह ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से वरिष्ठ मंडल सिग्नल व दूरसंचार इंजीनियर त्रयंबक तिवारी से पहला संवाद किया।

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इस ई-संवाद कक्ष के माध्यम से बाहरी आगन्तुक व्यक्ति जो अनवरत रेलवे सेवा संबंधित कारणों से मंडल कार्यालय आते रहते है वे बिना मुख्य कार्यालय भवन में प्रवेश किए वीडियो कांफ्रेंसिंग, इंटरकाम, टेबलेट अथवा वीडियो फोन के माध्यम से किसी भी शाखाधिकारी से बातचीत कर सकता है । इसके अतिरिक्त कोई भी बाहरी व्यक्ति अपने कार्य के निस्तारण के लिए एक साथ अधिकतम 12 अधिकारियों के साथ कांफ्रेंस भी कर समस्या का निदान करा सकता है। कई बार बाहरी व्यक्तियों को विभिन्न आवश्यक कार्यों से मंडल कार्यालय आना-जाना पड़ता था जिस कारण कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा बढ़ रहा था। कोविड-19 प्रोटोकाल के अंतर्गत समाजिक दूरी का समुचित पालन कठिन हो गया था। मंडल कार्यालय के मुख्य भवन के बाहर ई-संवाद कक्ष बनाकर जहां एक तरफ शारीरिक दूरी सुनिश्चित की गई तो वहीं, बाहर से आने वाले कर्मचारियों, व्यापारियों व ठीकेदारों को भी सहूलियत होगी। ई-संवाद कक्ष में एक कॉलिंग टैब, एक सर्वर, 32 डिजिटल मॉनिटर, एक डिजिटल इंटरकॉम व एक डिजिटल क्लॉक स्थापित किया गया है। इस अवसर पर एडीआरएम (इंफ्रा) प्रवीण कुमार, आशुतोष पांडेय, सनथ जैन आदि उपस्थित थे। 

पूर्वोत्तर रेलवे का ई-टेंडरिंग

कोरोना काल में डिजिटलीकरण से होने वाले लाभ को देखते हुए पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने कार्यप्रणाली में अपेक्षित बदलाव किया है। ऑनलाइन वर्किंग की ओर निरंतर अग्रसर है। इसी परिप्रेक्ष्य में इंजीनियरिंग विभाग ने एक नए इलेक्ट्रानिक पोर्टल इंडियन रेलवे वक्र्स कांट्रैक्ट मैनेजमेंट सिस्टम (आइआरडब्लूसीएमएस) पर कार्य करना प्रारंभ कर दिया है। पूर्वोत्तर रेलवे पर ई-टेंडरिंग का कार्य बहुत पहले ही प्रारंभ हो चुका है। अब www.ireps.gov.inमाध्यम से टेंडर कमेटी की कार्यवृत्त व उसकी स्वीकृति तथा लेटर ऑफ अवार्ड जारी करने का कार्य चल रहा है। इसी क्रम में  आइआरडब्ल्यूसीएमएस के अंतर्गत आगे की सारी प्रक्रिया अब ऑनलाइन की जा रही है जिसके फलस्वरूप आने वाले समय में पूरा कार्य पेपरलेस हो जाएगा। इस प्रणाली के अंतर्गत बैंक गारंटी, बैंक से सत्यापन तथा एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर जैसे कार्य ऑनलाइन डिजिटल हस्ताक्षर के माध्यम से किया जा रहा है। इस पोर्टल से एग्रीमेंट की प्रति कांट्रेक्टर व संबंधित अधिकारियों के पास चली जाती है। यदि रेलवे की ओर से कोई पत्र अथवा नोटिस किसी कांट्रेक्टर को जारी किया जाना है या कांट्रेक्टर द्वारा रेलवे को कोई पत्र भेजा जाना है तो वह इसी पोर्टल के माध्यम से भेजा जाता है।


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