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अब डीआइजी व एसपी भी स्कूलों में शिक्षा और गुणवत्ता की करेंगे जांच, बेसिक शिक्षा मंत्री ने जनपदीय अधिकारियों को किया निर्देशित

अब प्रदेश के सभी डीआइजी व एसपी क्षेत्र में भ्रमण के लिए निकलेंगे तो प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता भी जाचेंगे।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Tue, 03 Dec 2019 09:10 AM (IST)Updated: Tue, 03 Dec 2019 05:50 PM (IST)
अब डीआइजी व एसपी भी स्कूलों में शिक्षा और गुणवत्ता की करेंगे जांच, बेसिक शिक्षा मंत्री ने जनपदीय अधिकारियों को किया निर्देशित
अब डीआइजी व एसपी भी स्कूलों में शिक्षा और गुणवत्ता की करेंगे जांच, बेसिक शिक्षा मंत्री ने जनपदीय अधिकारियों को किया निर्देशित

मीरजापुर [प्रशांत यादव]। अब प्रदेश के सभी डीआइजी व एसपी क्षेत्र में भ्रमण के लिए निकलेंगे तो प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता भी जाचेंगे। यही नहीं, अब पुलिस अधिकारी स्कूलों में मिड डे मील को परखने के साथ ही सुरक्षा व्यवस्था की पड़ताल भी करेंगे। शासन के मुताबिक इससे शिक्षा व्यवस्था में दो फायदे होंगे। एक तो स्कूलों की व्यवस्था सुधरेगी और दूसरे स्कूलों के बच्चों में पढ़-लिखकर अफसर बनने की ललक पैदा होगी। इस संबंधित संदेश देकर प्रदेश के सभी डीआइजी और एसपी को भेजकर उन्हें अपराध पर अंकुश लगाने के अलावा शिक्षा की गुणवत्ता को भी सुधारने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उच्चाधिकारियों की मानें तो जल्द ही शासन द्वारा इसका सर्कुलर जारी कर दिया जाएगा। 

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बेसिक शिक्षा मंत्री डा. सतीश द्विवेदी ने प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था सुधारने और वहां पढऩे वाले बच्चों को अच्छी शिक्षा प्राप्त कर कुछ बनने के लिए ललक पैदा करने के लिए बेहतर कदम उठाया है। उन्होंने प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों की गुणवत्ता तथा शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए पुलिस के जनपदीय अधिकारियों को भी लगाया है। कहा कि डीएम और सीडीओ तो विद्यालय का निरीक्षण करते ही हैं लेकिन अब वे लोग भी स्कूलों का निरीक्षण करेंगे। उन्होंने प्रदेश के सभी जनपद स्तर के पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे जब भी अपने क्षेत्र में भ्रमण के लिए निकलें तो रास्ते में पडऩे वाले प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में जरूर जाएं। पुलिस अधिकारी वहां की स्थिति को देखें और मिड डे मील की गुणवत्ता को भी जांचें। साथ ही वहां छात्र-छात्राओं को पढ़ाने का काम करें। यह भी देखें कि सरकार द्वारा शिक्षा के नाम पर खर्च किए जा रहे करोड़ोंं रुपये से उनको फायदा मिल रहा है कि नहीं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वह कुछ देर विद्यालय में रूककर छात्र-छात्राओं को पढ़ाएं और उनसे सवाल-जवाब भी करें। इससे बच्चों में बौद्धिक क्षमता भी बढ़ेगी और उनके अंदर से खाकी वर्दी का भय भी समाप्त होगा। इससे बच्चों में खुद अफसर बनने की ललक भी पैदा होगी। 

इस बारे में बेसिक शिक्षा मंत्री डा. सतीश द्विवेदी ने कहा कि प्रदेश के सभी जनपदीय स्तरीय पुलिस अधिकारियों को निरीक्षण के लिए निकलते समय स्कूलों में जाने के लिए निर्देशित किया गया है ताकि वहां की व्यवस्था और शिक्षा सुधार हो सके।


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