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अब बनारस मेट्रो परियोजना को मिलेगी गति, शहर में रोप-वे की सेवा तो पड़ोसी जिलों को जोडऩे के लिए लाइट मेट्रो

प्रदेश के बजट बैठक में बनारस व गोरखपुर मेट्रो के लिए 100 करोड़ का प्रविधान किया गया है। इसके संकेत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बनारस दौरे पर ही कर दिया था। उन्होंने काशी से प्रयागराज तक लाइन मेट्रो संचालन की मंशा जाहिर की थी।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Mon, 22 Feb 2021 09:46 PM (IST)Updated: Mon, 22 Feb 2021 09:46 PM (IST)
अब बनारस मेट्रो परियोजना को मिलेगी गति, शहर में रोप-वे की सेवा तो पड़ोसी जिलों को जोडऩे के लिए लाइट मेट्रो
प्रदेश के बजट बैठक में बनारस व गोरखपुर मेट्रो के लिए 100 करोड़ का प्रविधान किया गया है।

वाराणसी, जेएनएन। प्रदेश के बजट बैठक में बनारस व गोरखपुर मेट्रो के लिए 100 करोड़ का प्रविधान किया गया है। इसके संकेत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बनारस दौरे पर ही कर दिया था। उन्होंने काशी से प्रयागराज तक लाइन मेट्रो संचालन की मंशा जाहिर की थी। शहर के सघन में इलाके में प्रस्तावित रोप-वे के अलावा आउटर में लाइट मेट्रो परियोजना का प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। अब तक बनारस मेट्रो के लिए करीब साढ़े पांच करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।

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इसमें सवा चार करोड़ रुपये से हैवी मेट्रो परियोजना का ब्लू प्रिंट तैयार हुआ था। वहीं, 81 लाख रुपये रोप-वे के ब्लू प्रिंट के लिए खर्च हो चुका है। यह धनराशि वाराणसी विकास प्राधिकरण की अवस्थापना निधि से खर्च हुई है। रोप-वे का प्रस्ताव शासन के जरिए भारत सरकार को भेजा जाएगा जहां से मंजूरी मिलने के बाद कैंट स्टेशन से गोदौलिया तक रोप-वे चलेगा। 424 करोड़ की इस योजना को आकार दिया जाएगा। पूर्व में राइट्स (रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनामिक सॢवस लिमिटेड) ने बनारस मेट्रो की डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बनाया था लेकिन जब दस्तावेज केंद्र सरकार के पास पहुंचा तो उसकी फीजबिलटी पर सवाल उठे। लागत के सापेक्ष आय का अनुपात बेहद कम होने से उसे अस्वीकृत कर दिया गया। इसके बाद नए सिरे से एक बार फिर से नगरीय क्षेत्र में रोप-वे तो आउटर में लाइट मेट्रो की सुविधा होगी। यह परियोजना आसपास के जिलों को जोड़ेगी। इसके लिए बनारस-प्रयागराज मेट्रो परियोजना माडल के तौर पर बनाई जाएगी। 

बनेगा कम्प्रीहेंसिव मोबिलिटी प्लान

ऐसे में नई मेट्रो नीति के तहत कम्प्रीहेंसिव मोबिलिटी प्लान बनाने का निर्णय हुआ है। इसमें फंडिंग से लेकर पब्लिक मूवमेंट सिस्टम व मारफोलाजी (घटना-क्रिया) की पड़ताल के साथ हर तरह के यातायात माध्यमों से मेट्रो की अल्टरनेटिव एनालेसिस रिपोर्ट के प्रमुख बिंदु हैं।

रोप वे का प्रस्तावित रूट

-राजघाट से मछोदरी, विश्वेश्वरगंज, मैदागिन, चौक, गोदौलिया, सोनारपुरा, अस्सी व बीएचयू

-कैंट रेलवे स्टेशन से मलदहिया, लहुराबीर और मैदागिन

-कचहरी से गोदौलिया तक तीसरा

ऐसी होगी लाइट मेट्रो

-4 कोच वाली लाइट मेट्रो

-59.94 मीटर लाइट मेट्रो की न्यूनतम लंबाई

-2.8 मीटर कोच की चौड़ाई

-800 यात्रियों को ले जाने की क्षमता

-35 किमी प्रति घंटे की औसत रफ्तार

-4 गेट प्रत्येक कोच में


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