पूर्वोत्तर रेलवे ने तेज गति व दुर्घटना रहित रेल संचालन के लिए बनाई बेहतर व्यवस्था
सुरक्षित संरक्षित एवं निर्बाध रेल सांचलन पूर्वोत्तर रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता है। विगत वर्षों में बड़ी लाइनों में सभी अनारक्षित समपारों को समाप्त कर दिया गया है। समपार संख्या-145 ई पर निर्माणाधीन सड़क उपरिगामी पुल पर गर्डर लांचिंग का कार्य 23 नवम्बर 2020 को सम्पन्न हुआ।
वाराणसी, जेएनएन। सुरक्षित, संरक्षित एवं निर्बाध रेल संचलन पूर्वोत्तर रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता है। विगत वर्षों में बड़ी लाइनों में सभी अनारक्षित समपारों को समाप्त कर दिया गया है। अब रेल प्रशासन रक्षित समपारों को भी आरओबी, आरयूबी/एलएचएस का प्रावधान कर तथा बंद करके रेल संचालन को तीव्र एवं दुर्घटना रहित बनाने की योजना को तेजी से कार्यान्वित कर रहा है।
इसी क्रम में पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के गोरखपुर-देवरिया सदर खंड पर चौरीचौरा एवं गौरीबाजार स्टेशनों के मध्य समपार संख्या-145 ई पर निर्माणाधीन सड़क उपरिगामी पुल पर गाडर लांचिंग का कार्य 23 नवम्बर, 2020 को सम्पन्न हुआ। मात्र 3 घंटा 15 मिनट की अल्प अवधि में 4 गाडरों की लांचिंग सफलतापूर्वक की गयी। गाडर लांचिंग में 450 टन क्षमता वाले रोड क्रेन का उपयोग किया गया तथा कार्य के दौरान एक क्रेन को स्टैण्ड बाई के रूप में रखा गया। लांच किये गये 4 गाडरों में से प्रत्येक गाडर की लम्बाई 39.5 मीटर तथा वजन 47 टन है। गर्डर लांचिंग का कार्य उप मुख्य इंजीनियर/निर्माण/पुल एनके सिंह एवं कार्यपालक इंजीनियर/निर्माण/पुल श्रीराम अवध की देख-रेख में 23 नम्बर, 2020 को प्रातःकाल 02.10 बजे से 05.25 बजे के मध्य सम्पन्न किया गया। उल्लेखनीय है कि गाडर लांचिंग के कार्य निष्पादन के दौरान मौसम प्रतिकूल था तथा फागी वेदर के साथ ही कार्य स्थल का तापमान 12 डिग्री सेंटीग्रेट था। इसी क्रम में उल्लेखनीय है कि गोरखपुर-देवरिया सदर रेल खंड पर सरदारनगर-चौरीचौरा स्टेशनों के मध्य समपार संख्या-149 स्पेशल निर्माणाधीन सड़क उपरिगामी पुल पर गर्डर लांचिंग का कार्य 19 नवम्बर, 2020 को सम्पन्न किया गया है।