रेलवे प्लेटफार्म व उसके समीप ट्रैक पर नहीं लगेगा पानी, आरसीसी व सीसीयुक्त होगी ट्रैक के नीचे व बीच की जमीन
आए दिन रेलवे ट्रैक में होने वाले फ्रैक्चर से लंबे समय तक बचाए रखने की जुगत रेलवे ने निकाल ली है।
चंदौली, जेएनएन। आए दिन रेलवे ट्रैक में होने वाले फ्रैक्चर से लंबे समय तक बचाए रखने की जुगत रेलवे ने निकाल ली है। इसके तहत रेलवे ने ट्रैक को आरसीसी (रेन फोस्र्ड सीमेंट कंक्रीट) व सीसी (सीमेंट कंक्रीट) से गुणवत्तायुक्त बनाने की योजना बना लिया है। यह सुविधा होने के बाद प्लेटफार्म पर व उसके समीप ट्रैक पर जल जमाव की समस्या से निजात मिल जाएगी। इससे ट्रेनों के परिचालन में भी आसानी होगी। ट्रैक पर गड़बड़ी होने से ट्रेनें काफी विलंबित हो जाती थी लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। वहीं दुर्घटना होने की आशंका भी कम रहेगी इसके अलावा सुरक्षा व संरक्षा के साथ ही स्वच्छता को भी बढ़ावा मिलेगा।
दरअसल वर्तमान में रेलवे पटरी के बीच बीच में सीमेंटयुक्त स्लीपर रखे जाते हैं। इन पटरियों के चटकने से ट्रैक में गड़बड़ी आ जाती है। इससे ट्रेनों के परिचालन पर असर पड़ता है। समय से जंक्शन पर ट्रेनों के न पहुंचने से यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। यात्रियों को हर सुविधा मुहैया कराने का दावा करने वाली रेलवे अब इस समस्या से भी निबटने का तोड़ निकाल ली है। प्लेटफार्म तक के ट्रैक को सीसी किया जाएगा। बकायदा ट्रैक के बीच में खाली जगह की ढलाई कराई जाएगी। ढलाई होने से ट्रैक को मजबूती मिलेगी और ट्रैक क्षतिग्रस्त भी नहीं होंगे।
ट्रैक पर नहीं जमा होगा पानी
अभी तक दो ट्रैक के बीच में खाली जगह में जल जमाव हो जाया करता है। हमेशा ट्रैक पानी में डूबे रहते हैं। इस वजह से उनके क्षतिग्रस्त होने की आशंका बनी रहती है। ट्रैक को सीसी कर दिए जाने के बाद पानी की निकासी में आसानी से हो जाएगी। साथ ही ट्रैक पर परिचालन में इसका असर भी नहीं पड़ेगा।
सफाई में होगी सहूलियत
रेलवे ट्रैक की सफाई करवाने में काफी दिक्कत होती है। सफाई सही ढंग से न होने की वजह से गंदगी का अंबार लगा रहता है। सीसीयुक्त ट्रैक हो जाने के बाद सफाई करने में आसानी होगी। एक तरफ से सफाई करते हुए दूसरी तरफ से पहुंच जाएंगे। वहीं पानी की निकासी भी हो जाएगी।
इस बारें में मुगलसराय मंडल, पूर्व मध्य रेलवे के अपर मंडल रेल प्रबंधक द्वितीय अतुल कुमार ने कहा कि जंक्शन के ट्रैक को आरसीसी व सीसी कराया जाएगा जिससे ट्रैक लंबे समय तक दुरुस्त रहेंगे। इस कार्य को जल्द ही कराया जाएगा। अभी प्लेटफार्मों के एक छोर से दूसरे छोर तक ही ऐसा किया जाएगा। इस व्यवस्था से ट्रेनों के परिचालन में आसानी भी रहेगी और सफाई करवाने में भी सहूलियत होगी।