बाबा विश्वनाथ दरबार में अब कोई नहीं रख सकेगा मोबाइल फोन
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में कार्यरत अर्चक, शास्त्री और सेवादार भी अब मोबाइल फोन साथ रखकर ड्यूटी नहीं करेंगे। शिकायतों के मद्देनजर मंदिर प्रबंधन ने यह फैसला लिया है।
वाराणसी(जेएनएन)। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में कार्यरत अर्चक, शास्त्री और सेवादार भी अब मोबाइल फोन साथ रखकर ड्यूटी नहीं करेंगे। शिकायतों के मद्देनजर मंदिर प्रबंधन ने यह फैसला लिया है। उल्लेखनीय है कि मंदिर के गर्भगृह में प्लास्टिक की बाल्टी और लोटे में जल लेकर जाने पर प्रतिबंध पहले ही लगा दिया गया था। यहां तक कि मंदिर के पुजारी भी प्लास्टिक के लोटे या बाल्टी को लेकर गर्भगृह में प्रवेश नहीं कर सकते हैं।
बाबा के विग्रह की सुरक्षा
कुछ दिन पहले न्यास परिषद की 95वीं बैठक में कई फैसले लिए गए थे। इसके बाद लागू की गई नई व्यवस्था में गर्भगृह में श्रद्धालुओं को चंदन लगाने, माला पहनाने और चरणामृत देने पर भी रोक लगा दी गई थी। गगरा में जल से जलाभिषेक को भी पूर्णत: प्रतिबंधित कर दिया गया था। बाबा के विग्रह की सुरक्षा के मद्देनजर गर्भगृह के बाहर से जलाभिषेक की व्यवस्था श्रावण मास और विशेष पर्वों पर ज्यादा संख्या में श्रद्धालु आने पर ही होगी।
गर्भगृह के बाहर से जलाभिषेक
गर्भगृह की पवित्रता के लिहाज से गर्भगृह के बाहर से जलाभिषेक के लिए शिवलिंग के प्रतीक स्वरूप स्टैंड हैं। मंदिर की व्यवस्थाओं और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के अतिथि गृह गंगा दर्शन गेस्ट हाउस का नाम श्रीकाशी विश्वनाथ गेस्ट हाउस कर मंगला आरती के लिए आने वाले भक्तों को उचित कीमत पर फर्स्ट कम-फर्स्ट यूज के आधार पर मुहैया कराने की व्यवस्था लागू की जा रही है।