लोन पास होने के बाद से लापता युवक का सुराग नहीं, सुमित के खाते से लोन के पांच लाख रुपये निकाले गए
जिले में साइबर अपराध अंजाम देने में एक बड़ा गिरोह सक्रिय है। पुलिस की लापरवाही के कारण दो युवक इसके शिकार बन गए लेकिन आरोपित गिरफ्त से बाहर हैं।
वाराणसी, जेएनएन। जिले में साइबर अपराध अंजाम देने में एक बड़ा गिरोह सक्रिय है। पुलिस की लापरवाही के कारण दो युवक इसके शिकार बन गए लेकिन आरोपित गिरफ्त से बाहर हैं। 23 अक्टूबर से लापता युवक का मंडुआडीह पुलिस पता नहीं लगा सकी है। वहीं, इस केस का कनेक्शन दूसरे युवक से जुडऩे पर पुलिस ने उसके घर दबिश दी तो उसे अपनी जान गंवानी पड़ी। विडंबना यह है कि जब मामलों के खुलासा नहीं होने संबंधी मंडुआडीह थाना प्रभारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि विवेचना है होती रहेगी और मामले का खुलासा भी हो जाएगा।
23 अक्टूबर से लहरतारा के लापता युवक सुमित श्रीवास्तव का मोबाइल व बैंक खाते दोनों चल रहे हैं। उसके खाते से पैसा जाने के बाद पुलिस ने राजातालाब में साइबर कैफे चलाने वाले बृजेश के घर दबिश दी तो दो दिन बाद उसकी हत्या कर दी गई। हत्या के मामले में रोहनिया पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार किया, लेकिन जांच फिर ठिठक गई है। मंडुआडीह पुलिस के निष्क्रियता के कारण लापता युवक का दो माह बाद भी पता नहीं चल सका है। वहीं परिवार वाले किसी अनहोनी को लेकर सशंकित हैं। उनका कहना है कि सुमित का मोबाइल व अकाउंट चला रहा है। बड़े अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के पास शिकायत के बाद भी पुलिस लाचार दिख रही है। सुमित के भाई हिमांशु का कहना है कि बृजेश के पिता जगमोहन विश्वकर्मा के खाते से 16 नवंबर को पांच हजार रुपये सुमित के खाते में ट्रांसफर हुए। इसके बाद उसके खाते से पैसे निकाल लिए गए। बावजूद इसके पुलिस आरोपितों की तलाश नहीं कर पा रही है।
बृजेश की हत्या में एक आरोपित गिरफ्तार, चार फरार
बृजेश का शव मिलने के बाद परिजनों ने रोहनिया पुलिस से हत्या की आशंका जताई। वहीं, पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद उसके पांच साथियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया। इस बीच 22 नवंबर को आरोपित विवेक कुमार सिंह पुत्र जयनरायन सिंह निवासी बड़ी खजुरी थाना मिर्जामुराद को राजातालाब के पास गिरफ्तार किया था। वहीं बृजेश के भाई संजय का कहना है कि पुलिस ने शुरू में आरोपितों के घर दबिश दी, लेकिन अब कोई सक्रियता नहीं दिख रही है।
सुमित के भाई हिमांशु ने बुधवार को एसएसपी मुलाकात की। उन्होंने भाई के तलाश की गुहार लगाई। हिमांशु के भाई ने बताया कि कबीरचौरा अस्पताल में संविदा पर कार्यरत था। 23 अक्टूबर की सुबह नौ बजे वह ड्यूटी करने गया, लेकिन शाम तक नहीं लौटा। काफी तलाश के बाद भी उसका पता नहीं चला तो 24 अक्टूबर को मंडुआडीह थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया गया। चार नवंबर को एसएसपी को प्रार्थना पत्र देकर मामले की जांच सीबीसीआइडी व क्राइम ब्रांच से करवाने का आग्रह किया गया। इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई और मामले की पड़ताल शुरू की। सुमित के खाते से करीब 40 हजार रुपये रोहनिया थाना क्षेत्र के राजातालाब निवासी बृजेश के खाते में पहुंचा तो पुलिस ने उसके घर पर छापा मारा। इसके बाद बृजेश का शव 9 नवंबर को मिला। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मालूम हुआ कि उसकी भी हत्या कर दी गई। लेकिन, दोनों थानों की पुलिस उसके भाई का पता नहीं लगा सकी है। 27 अक्टूबर से उसका मोबाइल बीच-बीच में पांच-दस मिनट के लिए चालू और कुछ समय बाद बंद हो जा रहा है। उनके बैंक खाते से अब तक पांच लाख रुपये निकाले जा चुके हैं। इस बारे में एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा कि क्षेत्राधिकारी भेलूपुर के नेतृत्व में एक टीम लगाई गई है। जल्द आरोपितों की गिरफ्तारी की जाएगी।