UP में 250 करोड़ निवेश से नौ हजार युवाओं को मिलेगा रोजगार, वाराणसी के उत्पादों को किया जाएगा विकसित
एमएसएमई स्टार्टअप्स फोरम उत्तर प्रदेश के सदस्य एवं अमेरिका में रह रहे अाप्रवासी भारतीय ने फोरम के माध्यम से प्रदेश सरकार को यहां 500 हाइटेक एसी बसें संचालित करने का प्रस्ताव भेजा है। प्रत्यक्ष रूप से 3500 व अप्रत्यक्ष रूप से 5500 युवाओं को रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
वाराणसी [मुकेश चंद्र श्रीवास्तव] । एमएसएमई स्टार्टअप्स फोरम, उत्तर प्रदेश के सदस्य एवं अमेरिका में रह रहे अाप्रवासी भारतीय ने फोरम के माध्यम से प्रदेश सरकार को यहां 500 हाइटेक एसी बसें संचालित करने का प्रस्ताव भेजा है। ऐसा होने से प्रत्यक्ष रूप से 3500 व अप्रत्यक्ष रूप से 5500 युवाओं को रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इसे लेकर वर्ष 2018 में आयोजित इन्वेस्टर समिट में ही समझौता हुआ था, लेकिन उस समय निवेश की राशि 200 करोड़ ही थी। यूपी में निवेश की यह राशि बढ़कर 250 करोड़ हो गई है, जिसका पुन: प्रस्ताव सोमवार को मुख्यमंत्री को भेजा गया है। अक्टूबर माह में फोरम की आनलाइन बैठक में एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह के समक्ष भी यह प्रस्ताव रखा जा चुका है। इस बैठक में फोरम के माध्यम से कई अप्रवासी भारतीय ने प्रदेश में अरबों रुपये निवेश पर भी चर्चा कर चुके हैं।
प्रदेश की हस्तकला व काशी के उत्पादों को विकसित करने के लिए एमएसएमई स्टार्टअप्स फोरम, उत्तर प्रदेश के संस्थापक अध्यक्ष मनोज कुमार शाह की ओर से 29 अक्टूबर को आयोजित इंटरनेशनल वेबिनार में 35 देशों के अप्रवासी भारतीयों ने निवेश की इच्छा जताई थी। इसी में शामिल हैं अमेरिका में रह रहे सहारनपुर निवासी अवनीश गुप्ता। शाह ने बताया कि अवनीश एवं नोएडा के उद्यमी सचिन गोयल ने मिलकर प्रदेश में 250 करोड़ के निवेश के साथ हाईटेक बसें संचालित करने के लिए सरकार से अनुमति मांगी है। प्रदेश सरकार की ओर से अनुमति मिलने के बाद प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से लगभग नौ हजार युवाओं को रोजगार मिलेगा और यूपी में परिवहन व्यवस्था आधुनिक हो जाएगी। सचिन गोयल ने बताया कि मुख्यमंत्री को भेजे गए प्रस्ताव की प्रति मुख्य सचिव, परिवहन मंत्री, अपर सचिव-उद्योग व प्रमुख सचिव परिवहन को भी भेजी गई है।
कोरोना काल की चुनौतियों को अवसर में बदल 23 राज्यों तक पहुंचा एमएसएमई स्टार्टअप्स फोरम
कोरोना काल की चुनौतियों को तमाम व्यापारियों एवं समाजसेवियों ने अवसर में बदल दिया। इसी के तहत एमएसएमई एंड स्टार्टअप्स फोरम, उत्तर प्रदेश बनाया गया है। अब इसका दायरा 23 राज्यों तक आकार ले चुका है। इस फोरम में देश-विदेश के 10 हजार से अधिक उद्यमी, व्यापारी व युवा स्टार्टअप्स जुड़ गए है। 100 से ऐसे एनआरआई हैं जिनकी विदेशों में खुद की कंपनी है। काशी के समाजसेवी एवं फोरम के संस्थापक अध्यक्ष मनोज शाह बताते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्म निर्भर अभियान से प्रेरणा लेकर कोरोना काल में ही जुलाई 2020 के दौरान इस फोरम गठन किया गया। इसका अक्टूबर में रजिस्ट्रेशन हुआ। अब इसी माह से इसका डेटा बेस तैयार किया जा हा है। फोरम को देश में छह सेक्टर बनाए गए हैं। 23 राज्यों में 125 पदाधिकारी कार्य कर रहे हैं। इसी माह देश के सभी राज्यों में चैप्टर खोलने का लक्ष्य है।