बनारस, अयोध्या और इलाहाबाद में अब दिखेगा पर्यटन में नया तेवर और कलेवर
प्रवासी भारतीय सम्मेलन से पहले वाराणसी की सूरत बदलने की तैयारी है। चार माह बाद इलाहाबाद में आयोजित कुंभ की दिव्यता और भव्यता में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
वाराणसी। प्रदेश में एक हजार करोड़ रुपये से विकास कार्य हो रहे हैं। प्रवासी भारतीय सम्मेलन से पहले वाराणसी की सूरत बदलने की तैयारी है। चार माह बाद इलाहाबाद में आयोजित कुंभ मेले की दिव्यता और भव्यता में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। यह बातें पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहीं। वह गुरुवार को एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहीं थीं।
पीएम और सीएम की मंशा
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा। पर्यटन विकसित करने और सैलानियों की सुविधाएं बढ़ाने के लिए एक हजार करोड़ रुपये से काम कराए जा रहे हैं। पर्यटन के विकास में काशी पर विशेष ध्यान है। अगले साल जनवरी में होने वाले प्रवासी भारतीय दिवस और कुंभ से पहले वाराणसी को भव्य रूप प्रदान करने की तैयारी है। वाराणसी में सड़कों की खराब हालत के सवाल पर मंत्री ने कहा कि यहां विकास कार्य कराए जा रहे हैं। सभी सड़कों को चौड़ा और दुरुस्त किया जाएगा। फ्लाईओवर बन रहे हैं, बिजली के केबल भूमिगत हो गए, अस्सी घाट से फेरी का संचालन होगा।
कुंभ में टेंट सिटी बसेगी, 65 सौ से ज्यादा एसी कॉटेज बनेंगे
पर्यटन मंत्री ने कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस में आने वाले विदेशी मेहमानों को कुंभ का भी भ्रमण कराया जाना है। उनके जरिए कुंभ की तस्वीर और ख्याति पूरी दुनिया में जाएगी। इसलिए कुंभ के भव्य आयोजन में कोई कसर नहीं रखी जाएगी। कुंभ में टेंट सिटी तैयार होगा जिसमें 65 सौ से ज्यादा एसी कॉटेज बनाए जाएंगे। प्रदूषण रहित इको फ्रेंडली टायलेट होंगे। वॉल पेटिंग के जरिए शहर की साज-सज्जा होगी। तोरण द्वार बनाए जाएंगे। हेलीकॉप्टर से दूसरे शहरों के टूर की सुविधा होगी।
अयोध्या में दीपोत्सव अबकी तीन दिन
नवंबर तक इलाहाबाद की स्थिति में बहुत बदलाव कर दिया जाएगा। अयोध्या में दीपोत्सव अबकी तीन दिन का होगा जिसमें झांकियां, रामलीला मंचन, जुलूस निकाले जाएंगे। रामनगरी को खूबसूरत ढंग से सजाया जाएगा। मथुरा वृंदावन के विकास के लिए 100 करोड़ रुपये दिए हैं। इसके अलावा और बजट जारी होंगे।