Lockdown में रोजगार के नए-नए विकल्प हो रहे तैयार, फूलों की अगरबत्ती युवाओं में भरेगी मिठास
लॉकडाउन सिर्फ संकट ही नहीं नए-नए विकल्पों के अवतार के लिए भी जाना जाएगा। कुछ ऐसा ही होने जा रहा है फूलों के किसानों के साथ।
सोनभद्र दीपक शुक्ल । लॉकडाउन सिर्फ संकट ही नहीं नए-नए विकल्पों के अवतार के लिए भी जाना जाएगा। कुछ ऐसा ही होने जा रहा है फूलों के किसानों के साथ। जिले में बड़ी संख्या में गेंदा, गुलाब, बेला, रजनीगंधा, अस्टर की खेती की जाती है। अब इससे माला ही नहीं अगरबत्ती बनाने में उपयोग किया जाएगा। लॉकडाउन में खराब होते फूलों का सदुपयोग कैसे हो इस लिए अगरबत्ती बनाने की तैयारी शुरू की जा रही है। प्रदेश सरकार की उन कोशिशों को पंख लगेगा जिसमें ये फूल बड़ी संख्या में युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार मुहैया कराएंगे।
जिले में 20 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फूलों के विभिन्न प्रजातियों की खेती गई है। 20 किसानों ने फूल की खेती की है। यहां के फूल वाराणसी के बांस फाटक तक जाते हैं। कम खर्च एवं सीमित संसाधन में किसान फूल की खेती से अच्छी कमाई कर लेते हैं। जिले में फूल खेती का क्षेत्रफल और किसानों की संख्या भी बढ़ी है। इस साल फूल की खेती करने वाले किसानों के सामने कोरोना वायरस का नया संकट खड़ा हो गया है। लॉकडाउन के चलते मंदिरों, मस्जिदों, शादी-ब्याह के अलावा अन्य मांगलिक कार्यक्रम बंद हो गए हैं। इससे खेत में तैयार फूल मुरझा गए हैं। इससे किसानों को लाखों रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है। किसान गेंदा, गुलाब, रजनीगंधा, बेला व अस्टर की अच्छी खेती किए हैं। लेकिन लॉकडाउन के चलते किसानों के फूल सूख रहे हैं। अब उद्यान विभाग की तरफ से एक नई पहल की गई है। फूल की खेती करने वाले किसान घर बैठे ही फूलों से अगरबत्ती बनाकर अच्छी कमाई कर सकते हैं। इसके अलावा काफी युवाओं को भी इसके जरिए रोजगार से भी जोड़ा जा सकेगा।
फूलों से किस तरह बनेगी अगरबत्ती
अगरबत्ती बनाने का प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके नगवां ब्लाक के चेरुई गांव निवासी किसान राकेश कुमार ने बताया कि फूलों से अगरबत्ती बनाने का तरीका बहुत आसान हैं। पहले फूलों को इकटठा करके उन्हें पहले छांट लेना जरूरी है। फूलों की पंखुडिय़ों और बीजों को अलग-अलग कर लें। फूलों को धूप के बजाए छांव में सूखा लें। फूल जब सूख जाएं तो उन्हें अलग-अलग करके मिक्सी में पीसना होता है।
किसानों को ऑनलाइन दिया जाएगा प्रशिक्षण
फूलों की खेती करने वाले इच्छुक किसानों को उद्यान विभाग की तरफ से लॉकडान के चलते घर बैठे ही ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए विभाग की तरफ से एक व्हाट््सप ग्रुप बनाया जा रहा है। इस ग्रुप में किसानों को जोड़ा जाएगा। इसके बाद प्रशिक्षक की तरफ से सभी किसानों को फूलों से अगरबत्ती बनाने के बारे में जानकारी दी जाएगी।
फूलों की खेती करने वाले किसान घर बैठे ही अगरबत्ती का कारोबार शुरू कर सकते
फूलों की खेती करने वाले किसान घर बैठे ही अगरबत्ती का कारोबार शुरू कर सकते हैं। इसके निर्माण में घर के सभी सदस्य हाथ बंटा सकते हैं। इस प्रकार घरेलू स्तर पर ही अत्यन्त अल्प पूंजी से स्थापित करके यह शिक्षित बेरोजगार युवकों तक के लिए जीविकोपार्जन का साधन बन सकता है।
-सुनील शर्मा, जिला उद्यान अधिकारी।