काशी से 300 साल पुराना है नीतिश का नाता
वाराणसी : रामनगर में मोरारी बापू की कथा में भाग लेने और नाटक का मंचन करने आए अभिनेता
वाराणसी : रामनगर में मोरारी बापू की कथा में भाग लेने और नाटक का मंचन करने आए अभिनेता नीतिश भारद्वाज का काशी से 300 साल पुराना रिश्ता है। जी हां, महाभारत में कृष्ण की भूमिका अदा कर दर्शकों के दिलों पर छाप छोड़ने वाले नीतिश भारद्वाज बनारस में मोरारी बापू की कथा में हिस्सा लेने रामनगर आए थे। इस दौरान उन्होंने काशी का भ्रमण किया। वहीं श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के सदस्य व विख्यात ज्योतिषाचार्य प्रो.चंद्रमौलि उपाध्याय से भी मुलाकात की। उनसे मिलकर नीतिश ने बताया 300 साल पहले मेरे पूर्वज काशी में ही निवास करते थे। महाराज शिवाजी के बुलावे पर महाराष्ट्र गए और वहीं रह गए। मुलाकात में नीतिश ने प्रो.उपाध्याय से अपनी भविष्य की योजनाओं को साझा किया। उन्होंने कहा लेखन व निर्देशन में काफी काम करना चाहता हूं। इसके बाद शुक्रवार को नीतिश ने श्रीकाशी विश्वनाथ, संकटमोचन मंदिर में मत्था टेका। इसके साथ ही एसएसपी आरके भारद्वाज के घर व पुलिस आफिस गए। उनके परिवार से मिले बातचीत की। भगवान बुद्ध की उपदेश स्थली सारनाथ भी गए जहां करीब एक घंटे तक उन्होंने सारनाथ म्यूजियम को देखा। सारनाथ में जो भी उन्हें देख रहा था कृष्ण कहकर उनसे मिलने पहुंच जा रहा था। नीतिश भी सभी लोगों से खुशी-खुशी मिले और उनसे हाथ मिलाकर आभार व्यक्त किया। सारनाथ भ्रमण के दौरान अधीक्षण पुरातत्वविद् डा.नीरज कुमार व सहायक पुरातत्वविद् व इंचार्ज सारनाथ म्यूजियम डा.नीतेश सक्सेना ने उन्हें म्यूजियम के बारे में जानकारी दी। डा.नीतेश ने बताया नीतिश भारद्वाज ने म्यूजियम को बड़े ध्यान से देखा। उन्हें यहां की व्यवस्था पसंद आई। म्यूजियम घूमने के दौरान हुई बातचीत में नीतिश भारद्वाज ने बताया उन्होंने बीएससी की है मगर पुरातत्व व धार्मिक स्थानों को देखना और जानना उन्हें बहुत अच्छा लगता है। कहा एक फिल्म बनाने वाले हैं जिसकी तैयारी चल रही है। नीतिश ने बताया उनके घर में एक लाइब्रेरी है जिसमें बहुत सी ऐतिहासिक किताबें हैं। नीतिश जिस प्रकार सारनाथ को देख रहे थे ऐसा लगा रहा था हो सकता है उनकी फिल्म में कुछ हिस्सा यहां का भी फिल्माया जाए। इसके बाद देर शाम वो मुंबई के लिए निकल गए।