नेपाली युवक मुंडन प्रकरण : चाैथे दिन भी वाराणसी पुलिस के हाथ नहीं लगा अरुण पाठक
नेपाली के सिर का बाल मुड़ाने और उस पर जय श्रीराम लिखने के मामले में आरोपी विश्व हिंदू सेना के अध्यक्ष अरुण पाठक को वाराणसी पुलिस रविवार को चौथे दिन भी गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
वाराणसी, जेएनएन। भेलूपुर थाना क्षेत्र में रहने वाले स्थानीय निवासी नेपाली धर्मेंद्र सिंह के सिर का बाल मुड़ाने और उस पर जय श्रीराम लिखने के मामले में आरोपी विश्व हिंदू सेना के अध्यक्ष अरुण पाठक को पुलिस रविवार को चौथे दिन भी गिरफ्तार नहीं कर सकी। हालांकि इस मामले में भेलूपुर पुलिस और क्राइम ब्रांच ने अगले ही दिन चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इस संबंध में क्षेत्राधिकारी भेलूपुर अवधेश सिंह बघेल ने बताया कि अरुण पाठक के ठिकानों पर छापेमारी की जा रहा है। उसकी गिरफ्तारी के लिए टीमें बाहर भी भेजी गई हैं।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद चार लोग किए गए थे गिरफ्तार
विगत गुरुवार को एक नेपाली युवक का मुंडन कराते और उसके सिर पर जय श्रीराम लिखा हुआ वीडियो विश्व हिंदू सेना के अध्यक्ष अरुण पाठक ने सोशल मीडिया पर वायरल किया था। पुलिस ने अगले ही दिन वीडियो बनाने वाले समेत इस घटना में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। अब तक इस मामले में छह लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक इस संवेदनशील मामले को स्वयं देख रहे हैं। इस मामले में पीड़ित स्थानीय भेलूपुर थाना क्षेत्र के जलकल परिसर निवासी नेपाली युवक धर्मेंद्र सिंह से पूछताछ भी हो चुकी है। उसने स्वीकार किया है कि वह पूर्व में अरुण पाठक का परिचित है।
1000 रुपये के लालच में मुड़वाया था बाल
पुलिस की पूछताछ में नेपाली युवक धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि वह भेलूपुर क्षेत्रांतर्गत जल संस्थान के सरकारी आवास में रहता है। उसके पिता व माता दोनों जल संस्थान वाराणसी में सरकारी नौकरी करते थे। मां की मृत्यु के पश्चात उनके स्थान पर भाई को नौकरी मिली थी। सोशल मीडिया में वायरल हुए वीडियो में बाल मुड़वाते दिख रहा युवक व उसका भाई जल संस्थान में सरकारी आवास में ही रहते हैं। इनके पूर्वज नेपाल में कहां रहते थे युवक को इसकी जानकारी नहीं है। 16 जुलाई को अरुण पाठक का सहयोगी राजेश राजभर तथा जय गणेश नाई उससे घर पर आकर मिले और कहा कि एक कार्यक्रम में घाट पर चलकर बाल बनवाना है। इसके एवज में 1000 रुपये भी मिलेंगे। यह सुनकर नेपाली युवक ने घाट पर जाकर बाल बनवाया। वह अरुण पाठक, राजेश राजभर तथा जय गणेश को पहले से जानता है। बाल मुड़वाने के बाद राजेश राजभर ने उसे 1000 रुपये भी दिए।