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वाराणसी में एनडीआरएफ और पूर्वोत्तर रेलवे ने ट्रेन हादसे को लेकर किया मॉकड्रिल

मॉक ड्रिल के दौरान ट्रेन दुर्घटना पर एक परिदृश्य तैयार किया गया। जिसमें एक ट्रेन हादसे के दौरान कुछ यात्री अंदर फंस गए। इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर को घटना के बारे में सूचित किया गया। जिसने एनडीआरएफ के नियंत्रण कक्ष और सभी संबंधित हितधारकों को आपात प्रतिक्रिया के लिए सूचित किया।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Wed, 13 Oct 2021 07:12 PM (IST)Updated: Wed, 13 Oct 2021 07:12 PM (IST)
वाराणसी में एनडीआरएफ और पूर्वोत्तर रेलवे ने ट्रेन हादसे को लेकर किया मॉकड्रिल
इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर को घटना के बारे में सूचित किया गया।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। आपदा जोखिम नियुनीकरण मुहिम के तहत कमान्डेंट मनोज कुमार शर्मा के दिशा-निर्देशन में 11 वीं वाहिनी वाराणसी की टीमें आपदा प्रबंधन एवं बचाव हेतु उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में मॉक अभ्यास कर रहीं हैं, उसी कड़ी में बनारस रेलवे स्टेशन पर अभिषेक कुमार राय उप कमांडेंट की अगुवाई में एनडीआरएफ, पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल, जिला वाराणसी के अन्य हितधारकों द्वारा संयुक्त रूप से रेल दुर्घटना पर एक मेगा मॉक अभ्यास किया गया।

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मॉक ड्रिल के दौरान ट्रेन दुर्घटना पर एक परिदृश्य तैयार किया गया। जिसमें एक ट्रेन हादसे के दौरान कुछ यात्री अंदर फंस गए। तदनुसार, इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर को घटना के बारे में सूचित किया गया। जिसने एनडीआरएफ के नियंत्रण कक्ष और सभी संबंधित हितधारकों को आपात प्रतिक्रिया के लिए सूचित किया। एनडीआरएफ की टीम के पहुंचने से पहले सतही पीड़ितों को प्रथम उत्तरदाताओं द्वारा सुरक्षित निकाल लिया गया। घटना स्थल पर पहुंचने पर एनडीआरएफ की टीम ने प्रारंभिक आकलन किया और साथ ही ऑपरेशन का बेस, कमांड पोस्ट, मेडिकल पोस्ट, कम्युनिकेशन पोस्ट स्थापित किए गए।आकलन के तुरंत बाद टीम द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया और कटिंग टूल्स और उपकरणों का इस्तेमाल कर ट्रेन के डिब्बों में अनुलंब और क्षैतिज कटिंग कर गंभीर रूप से फंसे पीड़ितों को विभिन्न रस्सी बचाव तकनीक के माध्यम से घायलों को बचाया गया। इसी बीच एक पैसेंजर बोगी में भीषण आग लग गई जिसे फायर ब्रिगेड द्वारा बुझाया गया और मेडिकल एजेंसियों द्वारा प्राथमिक उपचार देने के बाद सभी पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाया गया। इस पूरे अभ्यास के दौरान इंसिडेंट रिस्पोंस सिस्टम के दिशा-निर्देशों पर जोर दिया गया और इसका पालन किया गया ।

मॉक एक्सरसाइज का उद्देश्य हितधारकों के बीच समन्वय बनाना और उपचारात्मक उपाय करना, संसाधनों की दक्षता की जांच करना और प्रतिक्रिया तंत्र की जांच करना और प्रतिकूल स्थिति में बचाव कार्यवाही को परखना था।इस अभ्यास में डीआरएम,एडीआरएम, डीडीएमए, आरपीएफ, एडीएसओ, एआरटी एवं अन्य पूर्वोत्तर रेलवे शाखा के अधिकारी एवं अन्य कर्मचारी, राजस्व, स्वास्थ्य, अग्निशमन सेवा, पीएसी, स्काउट गाइड, नेहरु युवा केंद्र, पीडब्ल्यूडी, होमगार्ड, आरटीओ और स्थानीय लोगों ने भाग लिया।


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