भूकंप या सुनामी का विश्लेषण होगा आसान
वाराणसी : अब जलवायु माडलिंग और मौसम की भविष्यवाणी प्रति घटे के आधार पर भी हो सकेगी। गंभीर
वाराणसी : अब जलवायु माडलिंग और मौसम की भविष्यवाणी प्रति घटे के आधार पर भी हो सकेगी। गंभीर बीमारियों की दवाएं देश में ही निर्माण करने में मदद मिलेगी जो सस्ते दर पर उपलब्ध होंगी। यह संभव हो पाएगा सुपर कंप्यूटर से। पूरे देश को सुपर कम्यूटर (राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन) से जोड़ने के केंद्र सरकार के बहुप्रतीक्षित मिशन में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (बीएचयू ) को सहभागी एजेंसी के रूप में चुना गया है। संस्थान के कुलसचिव डा. एसपी माथुर के अनुसार सुपर कंप्यूटिंग से ऊर्जा उत्पादन में कोयले की निर्भरता खत्म करने व एटामिक एनर्जी विकसित करने के लिए सुपर कंप्यूटर बेहद कारगर साबित होगा। यही नहीं, साइबर अपराध पर नियंत्रण, वित्तीय गणना एवं इसका सटीक पूर्वानुमान लगाया जा सकेगा। भूकंप और सुनामी का विश्लेषण भी आसानी से होगा। साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर देश की सीमा पर आतंकवाद और घुसपैठ नियंत्रण के लिए सेंसर बनाने में भी मदद मिलेगी।
उन्होंने बताया कि पूरे देश में 70 शैक्षणिक एवं अनुसंधान व विकास संस्थानों को इस मिशन में शामिल किया गया है। इसमें प्रदेश में मात्र दो शैक्षणिक संस्थानों आइआइटी (बीएचयू) और आइआइटी कानपुर को यह उपलब्धि मिली है। इस परियोजना के तहत संस्थान में 500 टेराफ्लाप क्षमता का सुपर कंप्यूटर लगाया जाएगा और लगभग एक वर्ष में देश के सभी 70 संस्थानों में यह सुविधा फाइबर ऑप्टिकल से जोड़ कर राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग ग्रिड बना दी जाएगी। इस तकनक से शहर और आसपास की सभी सरकारी व गैर सरकारी शैक्षणिक तथा तकनीकी संस्थानों को भी प्रयोग करने में सुविधा प्राप्त होगी।
सुपर कंप्यूटर तैयार करने के लिए पाठ्यक्रम
वर्तमान में विभिन्न मल्टीनेशनल कंपनियों में सुपर कंप्यूटर विशेषज्ञों की आवश्यकता भी है। संस्थान में सुपर कंप्यूटिंग सुविधा मिलने के बाद इस विषय पर पाठ्यक्रम भी तैयार किया गया है। यह भावी इंजीनियरों के शैक्षणिक और कॅरियर के नजरिए से बेहद मददगार साबित होगा।