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काशी बनी संघ-भाजपा की धुरी, पहली बार काशी में साथ होंगे मोदी-भागवत

पीएम 12 नवंबर को एक तरफ वाजिदपुर में जनसभा को संबोधित करेंगे तो दूसरी तरफ कोइराजपुर में आरएसएस प्रमुख स्वयंसेवकों संग देशहित के मुद्दों पर चर्चा करेंगे।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sun, 04 Nov 2018 10:26 PM (IST)Updated: Mon, 05 Nov 2018 08:15 AM (IST)
काशी बनी संघ-भाजपा की धुरी, पहली बार काशी में साथ होंगे मोदी-भागवत
काशी बनी संघ-भाजपा की धुरी, पहली बार काशी में साथ होंगे मोदी-भागवत

वाराणसी [विकास बागी] । दीपावली से पहले काशीवासियों को 2412 करोड़ का उपहार देने वाराणसी आ रहे पीएम मोदी 12 नवंबर को एक तरफ वाजिदपुर में जनसभा को संबोधित करेंगे तो दूसरी तरफ कोइराजपुर में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत स्वयंसेवकों के साथ देशहित के मुद्दों पर चर्चा कर रहे होंगे। साढ़े चार साल से अधिक समय गुजर गया, पीएम मोदी पंद्रह बार अब तक अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी आ चुके हैं। यह पहली बार होगा कि एक तरफ संघ प्रमुख मोहन भागवत काशी में 11 नवंबर से तीन दिवसीय प्रवास पर होंगे तो 12 नवंबर को पीएम मोदी एक दिवसीय कार्यक्रम में शामिल होंगे। उम्मीद है कि पीएम मोदी और संघ प्रमुख भागवत की कुछ पल के लिए काशी में मुलाकात भी हो। 

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मिशन 2019 के बीच राममंदिर निर्माण को लेकर चल रही राजनीतिक सरगर्मी के बीच मोहन भागवत का तीन दिन काशी में प्रवास और पीएम मोदी के लगातार काशी आगमन से विरोधी दलों की नींद उड़ी है। कहना गलत नहीं कि भाजपा और संघ ने काशी को मिशन 2019 की सफलता के लिए केंद्र बना लिया है।

तीन दिन तक राष्ट्रवाद का पाठ : संघ प्रमुख मोहन भागवत 11 नवंबर से तीन दिनों तक काशी में स्वयंसेवकों को राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ाएंगे। एक स्कूल में प्रवास के दौरान संघ प्रमुख देश के वर्तमान हालात भविष्य के साथ ही राम मंदिर को लेकर भी चर्चा कर सकते हैं। भागवत के आगमन को देखते हुए संघ की गतिविधियां भी तेज हो गई है। संघ से जुड़े पदाधिकारी आयोजन स्थल का जायजा लेने के साथ ही पथ संचलन की तैयारियों में जुटे हैं। 

विरोधी खेमा है बेचैन : पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र होने के कारण काशी भाजपा की चुनावी गतिविधियों का केंद्र बनेगा। काशी से निकला संदेश पूरे देश के साथ ही विश्वभर गूंजता है। विरोधी दलों को भी इसका भान है। विरोधी खेमे के राजनीतिक धुरंधर भी काशी पर नजरें जमाए हैं। पीए मोदी और संघ प्रमुख भागवत के आगमन से पूर्व आठ नवंबर को राजघाट स्थित डा. राम मनोहर लोहिया घाट पर आयोजित गोवर्धन पूजा में सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा मुखिया अखिलेश यादव मौजूद होंगे। गोवर्धन पूजा के बहाने काशी के साथ पूरे पूर्वांचल के यादवों को रिझाने की कोशिश होगी। कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी समेत अन्य राजनीतिक दलों के प्रमुख नेताओं का भी वाराणसी में कार्यक्रम तय हो रहा है। 


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