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नई काशी की पहचान बनेगी नगर पंचायत सूजाबाद, पांच सितारा होटल संग पर्यटन स्थलों से होगा समृद्ध

रामनगर क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में नवसृजित सूजाबाद नगर पंचायत को मिलाकर जिले में पांच निकाय होंगे।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Tue, 07 Jan 2020 12:57 PM (IST)Updated: Tue, 07 Jan 2020 12:57 PM (IST)
नई काशी की पहचान बनेगी नगर पंचायत सूजाबाद, पांच सितारा होटल संग पर्यटन स्थलों से होगा समृद्ध
नई काशी की पहचान बनेगी नगर पंचायत सूजाबाद, पांच सितारा होटल संग पर्यटन स्थलों से होगा समृद्ध

वाराणसी, जेएनएन। रामनगर क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में नवसृजित सूजाबाद  नगर पंचायत को मिलाकर जिले में पांच निकाय होंगे। इसमें तीन नगर पंचायतें भी शुमार हैैं। खास यह कि नगर पंचायत सूजाबाद नई काशी की पहचान बनेगी। जनसंख्या के आधार पर इस नगर पंचायत में करीब 20 वार्ड आकार लेंगे। इन वार्डों में स्मार्ट सिटी के नजरिए से मूलभूत सुविधाएं हाईटेक तरीके से विकसित होंगी। 

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गंगा के पूर्वी छोर पर स्थित इस नगर पंचायत का बड़ा क्षेत्रफल विश्वस्तरीय योजनाओं का साक्षी बनेगा। विकास की गंगधार में बाधक बने कछुआ सेंचुरी के मीरजापुर स्थानांतरित होने के बाद कागजों में सिमटी बड़ी-बड़ी योजनाएं धरातल पर आएंगी। पांच सितारा होटल से लेकर पर्यटन स्थल के तौर पर पूरा इलाका समृद्ध होगा। एक संस्था ने गंगा के इस पूर्वी तट पर ही शिव की विशाल प्रतिमा की स्थापना के साथ विश्वस्तरीय स्नान व ध्यान केंद्र विकसित करने की योजना पहले ही बना ली है। यहां पक्के घाट का निर्माण किया जाएगा तो पाथ-वे पर सुबह व शाम घूमने वाले सैलानियों की आंखों में आध्यात्मिक नगरी का अद्भूत नजारा होगा। डोमरी व सूजाबाद के ग्रामीणों को बिना घर से दूर गए रोजगार के अवसर खुलेंगे तो इलाके का पिछड़ापन भी दूर होगा। इस इलाके को स्मार्ट सिटी योजना के तहत विकसित करने की जिम्मेदारी वाराणसी विकास प्राधिकरण की है जो ब्लू प्रिंट पर काम भी शुरू कर चुका है।  

रोकना होगा अवैध कॉलोनियों का विस्तार

सूजाबाद व डोमरी को मिलाकर इस नए नगर पंचायत में करीब 45 हजार आबादी रहती है। बनारस शहर से बेहद नजदीक बसे इस इलाके पर बिल्डरों व कालोनाइजरों की गिद्ध नजर गड़ी है। बहुत तेजी से इलाके में अवैध कालोनियों का विस्तार हो रहा है। इस स्थिति से वीडीए के अधिकारी-कर्मचारी वाकिफ भी हैैं। इलाके को नई काशी की पहचान देनी है तो ऐसी अवैध कालोनियों के विस्तार को रोकना होगा। वर्तमान में करीब एक सौ अवैध कालोनियां बसाई गई हैं। इस इलाके में कुल 550 गलियां हैं जिसमें अधिकतर कच्ची हैं।

सूजाबाद की पहचान कुटीर उद्योग 

इस नए नगर पंचायत में सूजाबाद इलाके की पहचान कुटीर उद्योग है। काफी घरों में अगरबत्ती व बिंदी बनाने का काम होता है। इसके अलावा दाल की मिल भी इलाके में है। इस सघन इलाके में एक दर्जन मल्टी स्टोरी कामर्शियल भवन हैं। वहीं डोमरी गांव में अब भी गांव की सोंधी खुशबू उठती है। यहां मुख्य रूप से सब्जी की खेती होती है। इस गांव के अधिकतर इलाके में कछुआ सेंचुरी  है। शेष इलाके में बहुतायत मठ व मंदिर हैं। इस गांव में 300 गलियां हैं जो पक्की होने की राह जोह रही हैं। 

- 35 हजार आबादी का सूजाबाद इलाका कहने को ग्रामीण क्षेत्र है। खेत खत्म हो गए हैं। कॉलोनियां बस रही हैं। अफसरों ने भरोसा दिया है कि इलाके का बेहतरीन विकास होगा।-बनारसी, प्रधान सूजाबाद

- 10 हजार आबादी वाला डोमरी गांव पिछड़ा इलाका है। गंगा किनारे बसे गांव में रहनवार पानी के लिए तरस जाते हैं। जल निगम की सप्लाई पर आधारित गांव की पेयजल व्यवस्था नाकाफी है। -छोटेलाल पटेल, प्रधान डोमरी  


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