बलिया का नगर पंचायत पहली अप्रैल से तीन ग्राम व नगर पंचायत में हो जाएंगी तब्दील
नगरा नगर पंचायत बनने के बाद भी जिले के सबसे बड़े ब्लाक का खिताब विकास खंड नगरा के पास ही रहेगा। पहली अप्रैल को ये तीनों ग्राम पंचायतें नगर पंचायत में तब्दील हो जाएंगी।
बलिया, जेएनएन। नगरा नगर पंचायत बनने के बाद भी जिले के सबसे बड़े ब्लाक का खिताब विकास खंड नगरा के पास ही रहेगा। 31 मार्च तक तीन ग्राम पंचायतें अस्तित्व में हैं। पहली अप्रैल को ये तीनों ग्राम पंचायतें नगर पंचायत में तब्दील हो जाएंगी। नगर पंचायत से जुड़े लोग नगर के विकास हेतु योजना बनाने में लग गए हैं। ऐसा लगता है कि नगर पंचायत नगरा का क्षेत्रफल अन्य नगर पंचायतों से भी बड़ा चार से पांच किमी के दायरे में हो सकता है। इधर नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी संजय कुमार राव ने खंड विकास अधिकारी को पत्र लिख कर नगर पंचायत में शामिल नगरा, भंडारी व चचयां ग्राम पंचायतों का परिवार रजिस्टर मांगा है।
नगरा नगर पंचायत तीन ग्राम पंचायत नगरा, चचयां एवं भंडारी को मिलाकर अस्तित्व में आई है। तीन ग्राम पंचायतों में छोटे बड़े दस गांव शामिल है। तीनों ग्राम पंचायतों की आबादी 20500 है। इसी आबादी एवं नगरा से सटे होने के कारण ग्राम पंचायतों को नगर पंचायत में शामिल किया गया है। विकास खंड नगरा में कुल 97 ग्राम पंचायतें थी। तीन ग्राम पंचायतों का अस्तित्व नगर पंचायत में बदलने के बाद भी 94 ग्राम पंचायत शेष बच रही है। वहीं सीयर ब्लाक में 92 ग्राम पंचायतें है। इस प्रकार नगरा ब्लाक के पास जिले के सबसे बड़े ब्लाक का खिताब बना रहेगा। इधर नगर पंचायत के अस्तित्व में आने में एक माह शेष है किन्तु नगर पंचायत से जुड़े लोग नगरा नगर पंचायत के विकास का खाका खींचने में जुट गए है।
13 वार्डों के हो सकते हैं गठन
नगर पंचायत के वार्डो के गठन की भी कवायद जारी है। डेढ़ हजार के आबादी पर एक वार्ड का गठन नगर पंचायत में किया जाता है। इस प्रकार आबादी के हिसाब से नगरा नगर पंचायत में 13 वार्डो का गठन हो सकता है। वैसे तो नगरा ग्राम पंचायत पहले से ही विकसित ग्राम पंचायत है। जहां ब्लाक, थाना, डाकखाना, तीन अस्पताल, पांच बैंक, आंगनवाड़ी कार्यालय, उपेक्षित पानी टंकी, चार पेट्रोल पम्प, पांच डिग्री कालेज के अलावा आधे दर्जन से ऊपर इंटर कालेज संचालित है। नगर पंचायत बनने से अन्य विकास की अपेक्षाएं लोगो की बढ़ गई है।