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ब्लैक पाटरी पर दिखेगी मुगल सल्तनत की शान, क्राफ्ट डिजाइनर पारुल आभूषणों में दे रही विशेष आकृति

विश्व प्रसिद्ध निजामाबाद की ब्लैक पॉटरी किसी परिचय का मोहताज नहीं रह गई है। अब आभूषण की कला में ब्लैक पॉटरी पर दिखेगी।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Fri, 20 Sep 2019 09:53 PM (IST)Updated: Sat, 21 Sep 2019 09:16 AM (IST)
ब्लैक पाटरी पर दिखेगी मुगल सल्तनत की शान, क्राफ्ट डिजाइनर पारुल आभूषणों में दे रही विशेष आकृति
ब्लैक पाटरी पर दिखेगी मुगल सल्तनत की शान, क्राफ्ट डिजाइनर पारुल आभूषणों में दे रही विशेष आकृति

आजमगढ़ [अनिल मिश्र]। विश्व प्रसिद्ध निजामाबाद की ब्लैक पॉटरी किसी परिचय का मोहताज नहीं रह गई है। अब तक हस्तशिल्पियों के उत्पाद डाजयनिंग हाल की शोभा बढ़ा रहे थे लेकिन अब आभूषण की कला में ब्लैक पॉटरी पर अकबर, शाहजहां के कार्यकाल यानी मुगल सल्तनत की शान-ओ-शौकत की ऐतिहासिकता की भी झलक दिखेगी। यह संभव हो रहा है आजमगढ़ नगर के रैदोपुर निवासी क्राफ्ट डिजाइनर पारुल अग्रवाल के प्रयास से।

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पारूल अग्रवाल को भारतीय शिल्प संस्थान (आइआइसीडी) जयपुर से क्राफ्ट डिजाइनिंग में डिप्लोमा करने के बाद इंडिया स्टोरी कोलकाता में दिसंबर 2018 को आयोजित क्राफ्ट मेले में प्रतिभाग करने का सुनहरा अवसर मिला था। वहां महिलाओं के हाथ के रिंग, कान की बाली व गले के हार में ब्लैक पॉटरी उत्पाद को कैसे पिरोया जा सकता है, इसको दर्शाया। प्रोत्साहन मिलने के बाद 'काबिश' (तरल काली मिट्टी) नाम से ज्वेलरी की ब्रांड लांच किया। ब्लैक पॉटरी के छोटे से मटका को शामिल करने के बाद एक अलग तरह की डिजाइन वाले आभूषण की पहचान बनते देर नहीं लगी। नतीजा 31 जनवरी को जीओ गार्डन मुंबई में आयोजित लक्मे फैशन वीक में चयन कर लिया गया। सोने के आभूषण में ब्लैक पॉटरी को शामिल कर एक अलग पहचान दिलाने के बाद पारुल अग्रवाल नई डिजाइनिंग पर कार्य कर रही हैं। उनका कहना है कि सबसे पहले हैदराबाद में मुगल सल्तनत के ब्लैक पॉटरी के डिजाइनिंग किए हुए बर्तन आदि मिलते थे, जो निजामाबाद की पहचान को ताजा करते हैं। इसलिए उस इतिहास की पृष्ठभूमि को शामिल करते हुए पुरुषों के कोट व शर्ट के लिए चांदी की बटन व अन्य आभूषणों में उसके शामिल किया जाएगा।

इंग्लैंड व ब्राजील के पर्यटकों ने सराहा

अभी हाल में ही बंगलौर के एक मशहूर ऑलिफ बीच कैफे में क्यूरेटर रोज जोसफ की ओर से इवेंट का आयोजन किया गया था जिसमें देश के 10 डिजाइनरों के अलग-अलग उत्पाद के स्टॉल लगे थे। इसमें पारूल अग्रवाल के ब्लैक पॉटरी के साथ सोने के आभूषण शामिल थे। भारतीय खरीदारों के अलावा विदेशी पर्यटकों ने ब्लैक पॉटरी के पिराए गए आभूषणों को काफी सराहा। इतिहास जाने के लिए लोग काफी उत्सुक दिखे। इंगलैंड व ब्राजील की महिलाओं ने सराहना करते हुए आजमगढ़ के निजामाबाद आने की इच्छा जताई और पता भी लिया।

ब्लैक पॉटरी उत्पाद को विशेष बाजार व पहचान दिलाने की कोशिश

क्राफ्ट डिजानइर पारूल अग्रवाल ने कहा कि जयपुर के ज्वेलरी बाजार में आभूषण के शिल्पकार (कारीगर) मेरे डिजाइन के साथ ब्लैक पॉटरी के छोटे से छोटे उत्पाद को महिलाओं के हार व रिंग सहित अन्य आभूषणों में लगाते हैं। दिल्ली के निमई ज्वेलरी मार्केट में इसकी अधिक मांग हैं, जहां से देश के विभिन्न प्रांतों के अलावा विदेशों के खरीदार आते हैं। कोलकाता के इंडिया स्टोरी में आयोजित क्राफ्ट मेला फिर मुंबई में आयोजित लक्मे फैशन वीक और बैंगलोर में आयोजित इवेंट के बाद उत्साह काफी बढ़ा है। आभूषणों के माध्यम से ब्लैक पॉटरी उत्पाद को विशेष बाजार व पहचान दिलाने के लिए प्रयास जारी रहेगा।


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