इंसाफ की आस में सोमवार से तीन बच्चियों संग ससुराल की चौखट पर धरने पर बैठी मां
गाजीपुर के कासिमाबाद ग्राम पंचायत महुआरी में लड़का पैदा न होने पर मां के चरित्र पर लांछन लगाकर ससुराल वालों ने उसे उसकी बच्चियों सहित घर से निकाल दिया।
गाजीपुर, जेएनएन। कासिमाबाद कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पंचायत महुआरी में लड़का पैदा न होने पर चरित्र पर लाछन लगाकर घर से निकाली गई विवाहिता साधना चौहान सोमवार से अपने ससुराल के घर के बाहर 3 बच्चियों सहित धरने पर बैठी है। पुलिस अधीक्षक सहित विभिन्न अधिकारियों के गुहार लगाने के बाद भी आज तक उसे घर में प्रवेश नहीं मिला है। मंगलवार को संपूर्ण समाधान दिवस पर प्रार्थना पत्र देकर साधना ने उपजिलाधिकारी मंशा राम वर्मा से अपने ससुराल में प्रवेश के लिए गुहार लगाई। उपजिलाधिकारी को दिए प्रार्थना पत्र में उसने बताया कि 10 वर्ष पूर्व उसकी शादी कासिमाबाद कोतवाली क्षेत्र के महुआरी ग्राम निवासी सूचित चौहान के पुत्र प्रमोद चौहान से हुई थी।
शादी के 2 वर्ष बाद साधना को लड़की पैदा हुई उसके बाद दूसरी लड़की आचल और तीसरी भी लड़की कृति पैदा हुई। बार-बार लड़की पैदा होने से सास ससुर व पति नाराज रहने लगे और उसे प्रताड़ित करने लगे। बताया कि मेरे पति 26 नवंबर को जब विदेश से वापस आए तो सास-ससुर के दबाव में मुझे मारपीट कर चरित्र पर लाछन लगाते हुए यह कहते कहकर घर से निकाल दिया कि तुम्हें केवल लड़की पैदा हो रही है लड़का नहीं पैदा हो रहा हम दूसरी शादी करेंगे। उसके बाद साधना अपने अपने मायका मरदह थाना क्षेत्र के हैदरगंज चली आई और महिला प्रकोष्ठ गाजीपुर में प्रार्थना पत्र दिया लेकिन वहा भी समझाने बुझाने के बाद ससुराल वालों को कोई असर नहीं पड़ा। इसके बाद 18 फरवरी को कासिमाबाद कोतवाली में सूचना दी पुलिस द्वारा उसके साथ ससुर को काफी समझाया बुझाया गया लेकिन कोई असर नहीं पड़ा ।
तब सोमवार को साधना अपनी तीनों पुत्रियों काजल, आचल, कृति और अपनी बहन मीरा के साथ ससुराल धमक गई लेकिन सास बसंती, ससुर रामसूचित व ननद गुंजा द्वारा उसे घर के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया गया तो अपने बच्चों के साथ घर के बाहर धरने पर बैठ गई। ग्राम प्रधान पुलिस व पड़ोसियों ने साधना के सास, ससुर को काफी समझाने बुझाने का प्रयास किया लेकिन आपने जिद पर अड़े रहे । इस संदर्भ में साधना के ससुर रामसूचित चौहान ने बताया कि उनका बेटा साधना से छुटकारा चाहता है इसके लिए उसने प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय गाजीपुर में तलाक के लिए वाद दायर किया है। वह बिना अपने पुत्र के मर्जी के साधना को घर में नहीं रह सकते। इस संदर्भ में उप जिलाधिकारी मंशा राम वर्मा ने बताया कि कोतवाली प्रभारी को मामले के जाच के निर्देश दिए गए हैं। पीड़िता की हर संभव मदद की जाएगी जो भी संभव होगा नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।