मां-बेटे की जिंदगी की बन गई यह अंतिम तस्वीर, गाजीपुर में नवरात्र का प्रथम दिन 'मंगल' बना अमंगल
बिहार प्रांत के बक्सर निवासी मां रेखा देवी (42) और पुत्र अमन केशरी (21) के लिए नवरात्र का प्रथम दिन मंगल अमंगल हो गया। मां कामाख्या मंदिर से दर्शन कर लौट रहे बाइक सवार मां-बेटे के सामने टीबी रोड पर गहमर इदगाह के पास अचानक भैंस आ गई।
गाजीपुर, जेएनएन। बिहार प्रांत के बक्सर निवासी मां रेखा देवी (42) और पुत्र अमन केशरी (21) के लिए नवरात्र का प्रथम दिन 'मंगल' अमंगल हो गया। मां कामाख्या मंदिर से दर्शन कर लौट रहे बाइक सवार मां-बेटे के सामने टीबी रोड पर गहमर ईदगाह के पास अचानक भैंस आ गई, जिससे टकराकर दोनों की मौत हो गई। मौके पर भारी संख्या में लोगों की भीड़ जाम गई। सूचना पर स्वजन भी पहुंचे दोनों का शव देखकर दहाड़े मारकर रोने-विलखने लगे। उनकी चीख से पुरा माहौल गमगीन हो गया।
बिहार प्रांत के बक्सर पिपराती रोड वार्ड नं. 13 निवासी रामजी केशरी का पुत्र अमन केशरी अपनी मां रेखा देवी के साथ बाइक से मंगलवार की सुबह मां कामाख्या धाम दर्जन-पूजन करने गया था। मां-बेटे बकायदे पूजन-अर्चन करने के पश्चात मंदिर से अपने घर लौट रहे थे। ताड़ीघाट-बारा मार्ग पर गहमर ईदगाह के समीप तेज रफ्तार बाइक सामने से भैंस से टकरा गई। इससे दोनों गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने घायल मां-बेटे को तत्काल इलाज के लिए सीएचसी भदौरा पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने रेखा देवी को मृत घोषित कर दिया।
घायल अमन की हालत गंभीर देखकर उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जहां इलाज के दौरान बेटे अमन की भी मौत हो गई। हादसे की जानकारी होते ही परिवार के लोग बक्सर से भदौरा पहुंचे। मौत की खबर से स्वजनों में चीख-पुकार मच गई। प्रभारी निरीक्षक गहमर अनिल कुमार पांडेय ने बताया कि बक्सर निवासी मां-बेटा कामाख्या मंदिर से दर्शन पूजन कर घर लौट रहे थे। उनकी बाइक भैंस से टकरा गई। घायलवस्था में दोनों को अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई। वहीं हादसे के बाद दोनों की मोबाइल में अंतिम तस्वीर देखी गई जो मंदिर में अंतिम बार ली गई थी।
दर्शन के बाद मां संग फेसबुक पर अपलोड कर की थी मनोकामना : कामाख्या मंदिर से दर्शन-पूजन करने के बाद अमन केशरी अपनी और मां रेखा देवी की मोबाइल से एक तस्वीर खींची और यह लिखते हुए उसे फेसबुक पर पोस्ट किया कि मां कामाख्या आप सभी की मनोकामना पूरी करें। इसके बाद वह अपनी मां को बाइक पर बिठा कर बक्सर के लिए चल पड़ा। रामजी केशरी के तीन बेटों में अमन सबसे बड़ा था। वह बक्सर के महर्षि विश्वामित्र महाविद्यालय से बीए की पढ़ाई पूरी करने के बाद अपने पिता रामजी केशरी के हार्डवेयर के व्यवसाय में हाथ बंटाता था। अमन के दो भाइयों में सुमित कुमार केशरी व बिट्टूराज केशरी पढ़ाई करते हैं। मां-बेटे की मौत परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। रामजी केशरी बेसुध पड़े हुए हैं। परिवारीजन का उनके पड़ोसी ढांढस बंधाते रहे। दोनों बच्चों का करुण क्रंदन देखकर वह स्वयं भावुक हो जा रहे।
हवा में उछल गई बाइक: गहमर ईदगाह के समीप सड़क पर जा रही भैंस अचानक भड़क कर अमन के बाइक के सामने आ गई, जिससे टकराने के बाद तेज रफ्तार बाइक हवा में उछल गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब उन्होंने यह नजारा देखा तो सन्न रह गए। हाथों में प्रसाद का पैकेट व मां कामाख्या को चढ़ाई गई चुनरी भी छिटक कर कहीं दूर जा गिरी। बाइक के भी परखच्चे उड़ गए। लोग दौड़कर लहूलुहान मां-बेटों को उठाया और पुलिस की मदद से अस्पताल भिजवाया, लेकिन उन्हें बचा नहीं पाए।