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सोनभद्र नरसंहार के मृतकों के नाम बनेगा स्मारक, सामूहिक चर्चा के बाद लिया निर्णय

नरसंहार में मारे गए दस आदिवासियों की तेरहवीं पर सोमवार को रिश्तेदारों के अलावा बड़ी संख्या में जिले भर के आदिवासी समाज के लोग जुटे थे।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Mon, 29 Jul 2019 09:09 PM (IST)Updated: Tue, 30 Jul 2019 01:54 PM (IST)
सोनभद्र नरसंहार के मृतकों के नाम बनेगा स्मारक, सामूहिक चर्चा के बाद लिया निर्णय
सोनभद्र नरसंहार के मृतकों के नाम बनेगा स्मारक, सामूहिक चर्चा के बाद लिया निर्णय

सोनभद्र, जेएनएन। घोरावल के उभ्भा गांव में भूमि पर कब्जा करने के दौरान हुए नरसंहार में मारे गए दस आदिवासियों की तेरहवीं पर सोमवार को रिश्तेदारों के अलावा बड़ी संख्या में जिले भर के आदिवासी समाज के लोग जुटे थे। इस मौके पर सामूहिक चर्चा के बाद निर्णय लिया कि मृतकों की याद में स्मारक बनवाया जाएगा। प्राथमिक विद्यालय उभ्भा में कर्मकांड के बाद मृतकों की तस्वीर फूल व माला चढ़ाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान परिजनों व रिश्तेदारों की आंखें छलक पड़ी। वहीं भोज का भी आयोजन किया गया।

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मृतकों के रिश्तेदारों के अलावा जनपद के दुद्धी, सलखन, बभनी, कलवारी, सेमरा के अलावा गैर जनपदों से भी तमाम लोग आए नाते-रिश्तेदार और समाज के लोग पीडि़त परिवारों को सांत्वना देते दिखे। सभी मृतकों का एक ही कार्यक्रम में पिण्डदान किया गया। तेरहवीं के दौरान ही आदिवासियों ने सामूहिक चर्चा के दौरान मृतकों के नाम पर स्मारक बनाने पर सहमति जताई।

न्यायालय में पेश हुए आरोपित, हड़ताल के चलते नहीं मिली रिमांड

घोरावल कोतवाली क्षेत्र के उभ्भा गांव में हुए नरसंहार के मुख्य आरोपित यज्ञ दत्त सहित पांच आरोपितों को रिमांड पर लेकर पूछताछ के लिए पुलिस के आवेदन पर सोमवार को विशेष न्यायाधीश एससी/एसटी के न्यायालय में पांचों को पेश किया गया। हालांकि अधिवक्ताओं की हड़ताल की वजह से पुलिस रिमांड नहीं मिल सकी। ऐसे में सभी को पुन: जेल भेज दिया गया। न्यायालय ने पेशी की अगली तिथि 30 जुलाई निर्धारित की है। अन्य आरोपितों के पेशी की तिथि भी मुकर्रर है। 31 जुलाई को 31 आरोपितों की पेशी होगी। इसके बाद पांच अगस्त को छह, सात अगस्त को नौ, नौ अगस्त को दो आरोपितों की पेशी होनी है।

क्या थी घटना

सोनभद्र के उभ्भा गांव में ग्राम प्रधान मूर्तिया यज्ञ दत्त के पक्ष द्वारा भूमि पर कब्जा करने के चक्कर में 17 जुलाई को नरसंहार हो गया था। नरसंहार में गांव के दस लोगों की जान चली गई और 28 लोग घायल हो गए। इस मामले में 28 नामजद और 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। अब तक कुल 52 आरोपित पकड़े जा चुके हैं।

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