दस साल से सीबीआइ जांच में फंसा मॉड्यूलर ओटी, 85 फीसद हो चुका है कार्य, विभाग को हैंडओवर का इंतजार
जिला मंडलीय चिकित्सालय में पिछले दस वर्षों से मॉड्यूलर ओटी बनकर लगभग तैयार है लेकिन सीबीआइ जांच में फंसा हुआ है।
आजमगढ़ [शैलेश यादव]। जिला मंडलीय चिकित्सालय में पिछले दस वर्षों से मॉड्यूलर ओटी बनकर लगभग तैयार है लेकिन सीबीआइ जांच में फंसा हुआ है। जांच कब पूरी होगी और कब भवन पूर्ण रूप से बनकर तैयार होगा, यह किसी को पता नहीं। पिछले सात वर्ष से भवन में ताला बंद है, जबकि भवन का निर्माण पूरा कराकर विभाग को हैंडओवर करने की मांग को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा शासन को कई बार पत्र लिखा जा चुका है।
जिला मंडलीय चिकित्सालय में ओटी (आपरेशन थिएटर) पुराने भवन में बहुत कम जगह में संचालित हो रहा है। एक ही रूम में सभी रोगों का आपरेशन किया जाता है। चिकित्सक की सुविधाओं एवं मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए शासन द्वारा वर्ष 2009 में जिला अस्पताल परिसर में मॉड्यूलर ओटी भवन बनाने की शुरुआत हुई थी। इसमें अलग-अलग सर्जरी के लिए अलग-अलग रूम, दवा एवं आपरेशन सामग्री रखने के लिए कमरे बनने थे। भवन निर्माण के लिए 74 लाख रुपये का प्रोजेक्ट बना।
शासन के निर्देश पर भवन निर्माण की जिम्मेदारी पीसीएल संस्था को सौंप दी गई। पूरे प्रदेश के जिला मंडलीय अस्पताल में बन रहे ओटी भवन निर्माण की जिम्मेदारी पीसीएल की थी। भवन को वर्ष 2012 में बनाकर स्वास्थ्य विभाग को हैंडओवर किया जाना था लेकिन इसी बीच पीसीएल संस्था भवन निर्माण में घोटाले के आरोप में फंस गई। शासन द्वारा घोटाले की जांच सीबीआइ को सौंप दी गई। उसके बाद से भवन में ताला बंद कर दिया गया।
बोले अधिकारी : भवन का निर्माण लगभग पूरा हो गया है। 15 फीसद काम बचा हुआ है। निर्माण पूरा कराकर विभाग को हैंडओवर करने के लिए शासन व संस्था को तीन बार पत्र लिखा गया लेकिन अभी कोई साकारात्मक पहल नहीं हो सकी है। -आरएन यादव, जेई निर्माण निगम, जिला मंडलीय अस्पताल।
बोले अधिकारी : मॉड्यूलर ओटी भवन सीबीआइ जांच में फंसा हुआ है। एनएचएम द्वारा निर्माण कराया जा रहा था जो मानक के अनुरूप काम न होने के कारण सीबीआइ जांच चल रही है। निर्माण पूरा कराने के लिए शासन को पत्र लिखा गया है। -डा. एसकेजी सिंह, एसआइसी जिला मंडलीय अस्पताल, आजमगढ़।