उन्माद में न कर जाएं कुछ ऐसा, जिंदगी भर चुरानी पड़े नजर- बोले एडीजी बृजभूषण शर्मा
उन्माद फैलाकर हिंसा करने वालों की भीड़ का हिस्सा बन जाएंगे आप लेकिन क्या आपने यह सोचा कि जब उन्माद के बादल छंट जाएंगे तब आप उस पड़ोसी से कैसे नजरें मिलाएंगे।
वाराणसी, जेएनएन। कुछ मौकों पर अराजक तत्व सक्रिय होते हैं। उन्माद फैलाकर हिंसा करने वालों की भीड़ का हिस्सा बन जाएंगे आप, लेकिन क्या आपने यह सोचा कि जब उन्माद के बादल छंट जाएंगे तब आप उस पड़ोसी से कैसे नजरें मिलाएंगे जिसकी जान लेने को आतुर थे आप। कैसे उससे दुआ-सलाम करेंगे। एक-दूसरे के सुख-दुख में शामिल होंगे। बहकावे में आकर कुछ ऐसा न कर जाएं जिससे पूरी जिंदगी आंखों में शर्म हो। अयोध्या मामले को लेकर संभावित फैसले को देखते हुए पुलिस प्रशासन हर चुनौतियों से निबटने के लिए मुस्तैदी के साथ तैयार है। पुलिस प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती है किसी भी हालत में आपसी सौहार्द नहीं बिगड़ने पाए। पुलिस प्रशासन लगातार संवेदनशील इलाकों में चक्रमण कर रहा। अराजक तत्व पाबंद किए जा रहे। शांति कमेटियों की बैठकों में लगातार प्रबुद्धजनों से संपर्क किया जा रहा। कमिश्नर सभागार में गुरुवार को एडीजी बृजभूषण शर्मा की अध्यक्षता में शांति कमेटी की बैठक की गई। जिले की सभी शांति कमेटियों से जुड़े लोग मौजूद रहे।
विरोध-प्रदर्शन पर रोक : अपर पुलिस महानिदेशक बृजभूषण ने कहा कि सोशल मीडिया पर युवा वर्ग कुछ भी मैसेज डाल देते हैं। आप सब उन्हे बताएं कि वे किसी भी तरह की आपत्तिजनक तथ्य न लिखें और न कोई मैसेज फारवर्ड करें। सोशल मीडिया की मानीटरिंग की जा रही है। उन्होंने कहा कि किसी को भी यह स्वतंत्रता नहीं होगी कि वह किसी भी तरह विरोध अथवा पक्ष में किसी प्रकार का प्रदर्शन सड़कों पर दिखाएं। कहा कि दो-चार ही स्वार्थी तत्व होते हैं जो माहौल बिगाड़ कर सबके लिए परेशानी खड़ी करते हैं। अच्छे लोगों की यह जिम्मेदारी है कि वह उन्हें जागरूक करें, मोहल्ले गाव में जाकर लोगो को समझाएं। यदि आपके संज्ञान में असामाजिक तत्वों की जानकारी मिले या कोई संदिग्ध आपके आसपास नजर आये तो पुलिस या प्रशासन को तत्काल बताएं। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने कहा कि काशी गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल है। यहां पर लोग काफी जागरूक एवं संवेदनशील हैं। संवेदनशील शब्द पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यदि हम स्वयं संवेदनशील हैं तो संवेदनशील का कोई मतलब नहीं। युवा वर्ग अपनी सोच संतुलित रखें, जोश में होश न खोएं। आप अपने अपने क्षेत्रों की जिम्मेदारी लेकर लोगों के बीच जाएं। आइजी विजय सिंह मीणा ने कहा कि किसी शहर का माहौल बनने में बरसों लग जाते हैं लेकिन बिगड़ने में समय नहीं लगता और कुछ लोगों की नादानी से समाज का ताना-बाना बिखर जाता है। उन्होंने कहा कि मानिंद लोगों की नाम से पुलिस के साथ ड्यूटी लगाई जाएगी वे भी मुहल्लों चौराहों पर साथ रहेंगे। आप हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर हमारे साथ हर त्योहार व मुश्किल समय में चले हैं। आप बिना वर्दी की पुलिस हैं जो वर्दीधारी पुलिस का साथ दिया है।
एक-दूसरे की सुरक्षा की लें जिम्मेदारी : जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कहा कि सबकी बेहतरी के लिए आज हम जुटे हैं। अपने भाईचारे पर कोई असर न आने दें। भाईचारे के ताने-बाने से ही सौंदर्य कायम रहता है। मुश्किल घड़ी में हमें धर्म ने जो सिखाया उसे भूल जाते हैं। इंसानियत के धर्म का पालन करें, ये हम सबका इम्तहान है, मोक्ष, जन्नत तभी मिलेगी जब एक दूसरे की दुआएं हम लेंगे। जहा कम मुस्लिम भाई रहते हैं वहा ¨हदू भाई उनकी जिम्मेदारी लें और जहा कम ¨हदू भाई रहते हों वहा मुस्लिम भाई लोग ¨हदू भाइयों के परिवारों की जिम्मेदारी लें। किसी तरह भी आपके ऊपर आच नहीं आने देंगे। जिम्मेदार लोग जिम्मेदारी नहीं लेते तो गैर जिम्मेदार मौका का फायदा उठा कर हिंसा करते हैं। इसलिए आप मुहल्लों चौराहों पर खड़े हों अपनी जिम्मेदारी निभाएं। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए लोगों से कहा कि किसी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें और न इसे फैलाने दें। न्यायालय के फैसले का सभी को सम्मान करना चाहिए। अति उत्साह में फैसले पर कोई प्रतिक्रिया न दें। उन्होंने युवा वर्ग से समाज का उत्तरदायित्व निभाने की अपील की। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा कि अफवाह फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे लोगो पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। कानून-व्यवस्था से किसी कीमत पर खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं होगा। बैठक में एडीएम सिटी विनय कुमार सिंह, एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह सहित शाति समिति के पदाधिकारी व सदस्य लोग उपस्थित रहे।