MLC रामलली व विधायक विजय मिश्र पुत्र विष्णु पर कसा शिकंजा, दोनों की तलाश में पुलिस
भदोही विधायक विजय मिश्र पत्नी एमएलसी रामलली मिश्र व कारोबारी पुत्र विष्णु मिश्र के खिलाफ गोपीगंज कोतवाली में दर्ज हुए मुकदमे के बाद मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं।
भदोही, जेएनएन। विधायक विजय मिश्र, उनकी पत्नी सोनभद्र व मीरजापुर परिक्षेत्र की एमएलसी रामलली मिश्र व कारोबारी पुत्र विष्णु मिश्र के खिलाफ गोपीगंज कोतवाली में दर्ज हुए मुकदमे के बाद मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। विधायक मिश्र जेल में हैं, जबकि मामले में अभी एमएलसी व पुत्र फरार हैं। उन्हें तलाशने के लिये भदोही पुलिस ने दो टीमें गठित की हैं।
एमएलसी की अंतिम लोकेशन नई दिल्ली और उसके बाद प्रयागराज में मिली थी, फिर भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। दबिश बढ़ा दी गई है। मामले में उनके खिलाफ शिकंजा और कसता जा रहा है। उधर एमएलसी ने एमपी-एमएलए कोर्ट में जमानत अर्जी डाली है, उस पर सुनवाई गुरुवार को होगी। जबकि विधायक मिश्र की जमानत याचिका को एक सितंबर को सुना जाएगा। पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह ने बताया कि प्रकरण में कार्रवाई युद्धस्तर पर चल रही है। सभी आरोपी जिला छोड़ चुके हैं, उन पर कड़ाई से निगाह रखी गई है। विधायक की पत्नी के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी कर दिया गया है।
क्या है पूरा मामला : रिश्तेदार कृष्ण मोहन तिवारी ने गोपीगंज थाने पर तीनों लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। उन पर उनका मकान कब्जा करने, चेक पर जबरिया हस्तारक्षर कराने और जान से मारने की धमकी देने समेत कई आरोपों मेें मुकदमा दर्ज किया गया। बाद में विधायक की गिरफ्तारी मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले से हुई थी। लेकिन प्रकरण में अभी पुत्र और पत्नी फरार हैं।
विधायक मिश्र को सटीक सुराग मिलने पर मध्य प्रदेश के आगर मालवा में गिरफ्तार कर लिया गया था। उनकी गिरफ्तारी के एक दिन पहले एमएलसी रामलली मिश्र भी फरार हो गईं थी। उनके सुरक्षा गार्ड ने इसकी सूचना देकर सनसनी फैला दी थी। अभी तक एमएलसी का सुराग नहीं लग पाया है। प्रभारी निरीक्षक कृष्णानंद राय ने बताया कि एमएलसी का अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। उनकी जमानत अर्जी भी खारिज हो चुकी है। इस मामले में उनके खिलाफ गैर जमानतीय वारंट जारी करने के लिए अर्जी दी गई थी। अदालत ने वारंट जारी कर दिया है। इसके बाद भी यदि उनकी गिरफ्तारी नहीं होती है तो इनाम घोषित किया जाएगा।