आगरा जेल में बंद भदोही के बाहुबली विधायक विजय मिश्रा की बेटी सीमा मिश्रा समाजवादी पार्टी में शामिल
भदोही के विधायक विजय मिश्र की बेटी सीमा मिश्र एक बार फिर साईकिल पर सवार हो गई। समाजवादी पार्टी प्रदेश कार्यालय लखनऊ में वह राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की उपस्थिति में समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
भदोही, जेएनएन। विधायक विजय मिश्र की बेटी सीमा मिश्र एक बार फिर साईकिल पर सवार हो गई। समाजवादी पार्टी प्रदेश कार्यालय, लखनऊ में वह राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की उपस्थिति में समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। पूर्व मुख्यमंत्री के साथ उनका फोटो भी शुक्रवार को देर रात इंटरनेट मिडिया पर खूब वायरल हुआ। पार्टी के फेसबुक पेज पर भी शेयर किया गया था।
समाजवादी पार्टी के संस्थापक एवं पूर्व मुख्यमंन्त्री मुलायम सिंह यादव के समय पार्टी में विजय मिश्र का सिक्का चलता था। उनके इच्छा पर भदोही में टिकट दिया जाता था। लोकसभा चुनाव 2014 में भदोही सीट से वह अपनी बेटी सीमा मिश्रा को टिकट दिलाने में सफल हो गए थे। भाजपा के वीरेंद्र सिंह मस्त चुनाव जीत गए थे जबकि सीमा तीसरे स्थान पर चली गई थी। दूसरे स्थान पर बसपा के डा. राकेशधर त्रिपाठी थे। सपा का बागडोर जब पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने संभाली तब 2017 के विधानसभा चुनाव में विजय मिश्रा का टिकट काट दिया। इसी समय सीमा मिश्र सहित अन्य ने सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। पार्टी ने उनकी माँ एवं मीरजापुर- सोनभद्र एमएलसी रामलली मिश्रा को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। शुक्रवार को एक बार फिर सीमा को पार्टी की सदस्यता लेने से सियासी हलचल बढ़ गई है। इस समय विजय मिश्र आगरा जेल में बंद हैं। जानकारों का कहना है कि सपा में शामिल होने से जिला पंचायत चुनाव को लेकर भी अटकलें तेज हो गईं। यह सीट भी हर समय विधायक के कब्जे में रही है।
गाजीपुर के पूर्व बसपा विधायक कालीचरण राजभर समाजवादी पार्टी में शामिल
गाजीपुर के मरदह ब्लाक के पाण्डेयपुर राधे गांव के निवासी जहूराबाद विधान सभा से दो बार बसपा के टिकट पर विधायक रहे पूर्व विधायक कालीचरण राजभर शुक्रवार को लखनऊ स्थित सपा कार्यालय पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के समक्ष बसपा की सदस्यता ग्रहण किया । भावी 2022 के विधान सभा चुनाव में सपा से इनके टिकट की दावेदारी एवं इनके सपा में शामिल होने से जहूराबाद के समीकरण बदलने की चर्चा की जा रही है। पाण्डेयपुर राधे गांव के प्रधान पद से राजनीति में प्रवेश करने वाले लोकगीत गायक रहे कालीचरण राजभर वर्ष 2002 एवं वर्ष 2007 में लगातार दो बार बसपा से जहूराबाद से विधायक निर्वाचित हुए थे। उन्होंने अपनी राजनीति की शुरुवात बहुजन समाज पार्टी से की थी ।
वर्ष 2012 में यह सपा प्रत्याशी रही शादाब फातिमा एवं वर्ष 2017 में यह सुभासपा भाजपा गठबंधन प्रत्याशी ओमप्रकाश राजभर से चुनाव हार गए थे । इन दोनों चुनावो में कालीचरण राजभर दूसरे नम्बर पर थे। सपा में शामिल होने में भावी 2022 चुनाव एवं सपा नेता पूर्व एमएलसी काशीनाथ यादव की मुख्य भूमिका मानी जा रही है। जहूराबाद से लगातार दो बार जीत के बाद अजेय माने जा रहे कालीचरण राजभर की जीत का सिलसिला जहूराबाद के सियासत में ओमप्रकाश राजभर के प्रवेश के साथ टूटा था ।वर्ष 2007 में सुभासपा एवं कौमी एकता दल के गठबंधन के प्रत्याशी के रूप में जहूराबाद से चुनाव मैदान में उतरे ओमप्रकाश राजभर ने 48 हजार के लगभग वोट हासिल किया था इस चुनाव में सपा की शादाब फातिमा विजयी हुयी थी । इस चुनाव में कालीचरण राजभर की हार की वजह ओमप्रकाश राजभर बने थे । 2012 के चुनाव में स्वयं ओमप्रकाश राजभर सुभासपा भाजपा के गठबंधन प्रत्याशी के रूप में कालीचरण राजभर को हराया था। मरदह ब्लाक के