Mission Admission: इग्नू की डिग्री यूजीसी से मान्य, अब घर बैठे भी करें ऑनलाइन पढ़ाई
Mission Admission इग्नू 110 सर्टिफिकेट डिप्लोमा स्नातक स्नातकोत्तर स्तर के कार्यक्रम संचालित करता है। खास बात यह है कि इग्नू की डिग्री यूजीसी से पूरी तरह मान्य है।
वाराणसी, जेएनएन। Mission Admission कोविड-19 का सबसे अधिक प्रभाव शिक्षा पर पड़ रहा है। सूबे में जहां एक ओर स्नातक व स्नातकोत्तर की परीक्षाएं रद कर दी गई हैं। विद्यार्थियों को बगैर परीक्षा के अगली कक्षाओं में प्रोन्नत करने का एलान किया जा चुका है। वहीं, यूजी-पीजी के विभिन्न पाठ़्यक्रमों की प्रवेश परीक्षाओं को लेकर भी ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में अपने भविष्य को लेकर विद्यार्थी सशंकित हैं। उनके अभिभावक भी इस बार पढऩे के लिए बाहर भेजने के पक्ष में नहीं हैं। बहरहाल विद्यार्थियों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) से घर बैठे ऑनलाइन पढ़ाई की जा सकती है। इग्नू 110 सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, स्नातक, स्नातकोत्तर स्तर के कार्यक्रम संचालित करता है। खास बात यह है कि इग्नू की डिग्री यूजीसी से पूरी तरह मान्य है।
पूर्वांचल के 19 जिलों में 55 से अधिक अध्ययन केंद्र संबद्ध
इग्नू क्षेत्रीय केंद्र वाराणसी सहित पूर्वांचल के 19 जिलों में 55 से अधिक अध्ययन केंद्र संबद्ध हैं। वहीं, जनपद में बीएचयू, काशी विद्यापीठ, यूपी कालेज, हरिश्चंद्र पीजी कालेज, अग्रसेन कन्या पीजी कालेज, आर्य महिला पीजी कालेज में भी इग्नू के अध्ययन केंद्र हैं। दाखिले के लिए इन केंद्रों पर भी संपर्क किया जा सकता है। हालांकि विभिन्न कोर्सों में दाखिले का आवेदन ऑनलाइन भी है। ऐसे में दाखिले के इच्छुक विद्यार्थी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस बार समर्थ पोर्टल के माध्यम से भी पंजीकरण कराया जा सकता है।
दूरदर्शन व आकाशवाणी पर भी ऑनलाइन क्लास
वर्तमान परिस्थितियों को देखते इग्नू ने अपनी सभी सेवाएं अब ऑनलाइन कर दी हैं। हालांकि पठन-पाठन पहले ही ऑनलाइन चल रहा था। यूजी-पीजी के विभिन्न पाठ्यक्रमों की ऑनलाइन क्लास दूरदर्शन व आकाशवाणी पर पहले से ही चल रहे हैं। छात्र फेसबुक लाइव, गूगल मीट और आकाशवाणी के ज्ञानवाणी चैनल व दूरदर्शन पर ज्ञानधारा, व्यास सहित अन्य चैनलों पर ऑनलाइन क्लास चलते हैं।
छात्रों को उपलब्ध कराता पाठ्य सामग्री
इग्नू विद्यार्थियों को पाठ्य सामग्री भी उपलब्ध कराता है। ऐसे में पाठ्य सामग्री को लेकर भी विद्यार्थियों को ङ्क्षचता करने की जरूरत नहीं है। अध्ययन सामग्री व किताबें का ङ्क्षलक इग्नू की वेबसाइट दिया गया है। साथ ही साथ मोबाइल एप पर ई-कंटेंट भी विद्यार्थियों को उपलब्ध कराया जाता है।
पाठ्य सामग्री बिल्कुल मुफ्त
इग्नू विद्यार्थियों को अध्ययन सामग्री बिल्कुल मुफ्त उपलब्ध कराता है। अध्ययन सामग्री डाक द्वारा पंजीकरण कराने वाले विद्यार्थियों के घर भेजी जाती हैं। यही नहीं क्षेत्रीय केंद्र के माध्यम से अध्ययन सामग्री प्राप्त की जा सकती है। इग्नू साल में दो बार (जून व दिसंबर) परीक्षाएं आयोजित करता है। ऐसे में छात्र अपनी सुविधा अनुसार परीक्षा के समय का चुनाव कर सकता है। यही नहीं विद्यार्थी जब चाहे तब किसी भी कोर्स में दाखिला ले सकते हैं। दाखिला जुलाई व जनवरी दो सत्रों में होता है। वहीं, बगैर किसी अतिरिक्त शुल्क छात्र देश के किसी भी केंद्र पर परीक्षा दे सकता है। जुलाई सत्र में दाखिले के लिए अंतिम तिथि 31 जुलाई निर्धारित है।
स्नातक में पंजीकरण छह वर्ष के लिए वैध
इग्नू से बैचलर डिग्री को छात्र न्यूनतम तीन साल में पास किया जा सकता है और यदि वह किन्हीं कारणवश तीन वर्ष में स्नातक नहीं कर सका तो वह बगैर किसी अतिरिक्त शुल्क के छह साल तक डिग्री ले सकता है। पंजीकरण छह वर्ष के लिए वैध होता है। इसी प्रकार से छह 6 माह के सर्टिफिकेट कोर्स के लिए अधिकतम दो साल, एक साल के डिप्लोमा कार्यक्रम के लिए अधिकतम चार वर्ष, दो साल के मास्टर डिग्री कोर्स के लिए अधिकतम पांच साल की मियाद निर्धारित है। क्षेत्रीय कार्यालय इग्नू के निदेशक डा. उपेंद्र नभ त्रिपाठी का कहना है कि इग्नू एक केंद्रीय विश्वविद्यालय है। अन्य विश्वविद्यालयों की भांति इग्नू की डिग्री भी यूजीसी से मान्य है। ऐसे में यदि किसी के मन में इग्नू को लेकर भ्रम हैं तो वह तत्काल दूर कर लें। खास बात यह है कि विवि कोई भी डिग्री हासिल करने के लिए उपस्थिति की अनिवार्यता नहीं है। ऐसे नौकरी करने के साथ भी कोई कोर्स किया जा सकता है।
12वीं के बाद कुछ प्रमुख कोर्स
- छह माह के सर्टिफिकेट कोर्स
भोजन एवं पोषण में सर्टिफिकेट, पोषण एवं शिशु देखभाल में सर्टिफिकेट, प्रयोगशाला तकनीक, पर्यावरण अध्ययन, सूचना प्रौद्योगिकी, आपदा प्रबंधन, ग्राम विकास में प्रमाणपत्र, मार्ग दर्शन सहित अन्य कोर्स।
- एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स
डेयरी टेक्नोलॉजी, डीडीटी, पर्यटन अध्ययन में डिप्लोमा, अनुवाद, ग्राम विकास, पर्यावरण, पत्रकारिता एवं जनसंचार, आपदा प्रबंधन, पर्यटन अध्ययन, पोषण व स्वास्थ्य, मानव संसाधन प्रबंधन, विपणन प्रबंधन, वित्तीय प्रबंध सहित अन्य कोर्स।
- स्नातक स्तर के कोर्स
बीए, बीकाम, बीएससी, कंप्यूटर एप्लिकेशन में स्नातक (बीसीए), समाज कार्य में स्नातक, पर्यटन शिक्षा में स्नातक सहित अन्य कोर्स।