Varanasi News: पूर्वांचल में मुसलमानों की पहली पसंद है कांग्रेस, पत्रकार वार्ता में बोले शाहनवाज आलम
हाल में बीते निकाय चुनावों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मुस्लिमों ने एंटी सपा वोटिंग की। पूर्वांचल में भी मुसलमानों की पहली पसंद अब कांग्रेस बन रही है। 2024 में मुसलमानों के कांग्रेस में आने के बाद सपा खत्म हो जाएगी।
जागरण संवाददाता, वाराणसी: हाल में बीते निकाय चुनावों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मुस्लिमों ने एंटी सपा वोटिंग की। पूर्वांचल में भी मुसलमानों की पहली पसंद अब कांग्रेस बन रही है। 2024 में मुसलमानों के कांग्रेस में आने के बाद सपा खत्म हो जाएगी। ये बातें अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज आलम ने मैदागिन कांग्रेस कार्यालय पर पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए कही।
शाहनवाज आलम ने कहा कि मुसलमानों को समझ में आ गया है कि जब तक वो पूरी तरह कांग्रेस को वोट करते थे, तब तक भाजपा के सिर्फ दो सांसद होते थे। जब से मुसलमान सपा और बसपा में गए भाजपा मजबूत होती गई। आज सपा और बसपा के कारण ही भाजपा सत्ता में है।
उन्होंने कहा कि सपा की रणनीति रही है कि केंद्र में भाजपा की सरकार रहे ताकि मुसलमान डर के कारण विधानसभा चुनाव में सपा को वोट देते रहें। इसी रणनीति के तहत अपने जातिगत समर्थकों का वोट भाजपा में ट्रांसफर कराने के लिए 2019 में मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि वो मोदी जी को दुबारा प्रधानमंत्री बनते देखना चाहते हैं।
मुसलमान अब कांग्रेस का देंगे साथ
इसके बाद सपा-बसपा और आरएलडी के गठबंधन के बावजूद वो मुस्लिम बहुल सीटें जैसे रामपुर, मुरादाबाद, अमरोहा, सम्भल, सहारनपुर, बिजनौर जीत पाईं। जबकि बदायूं और कन्नौज जैसी सजातीय बहुल सीटें भी मुलायम सिंह यादव के परिवार के लोग हार गए। उन्होंने कहा कि मुसलमान अब कांग्रेस में आकर दूसरे वर्गों के साथ मिलकर राहुल गांधी जी को प्रधानमंत्री बनाने का संकल्प ले चुका है।
उन्होंने बुनकरो के लिये फ्लैट बिजली को लेकर आंदोलन चलाए जाने का भी भरोसा दिलाया व कहा कि जल्द ही बनारस में प्रदेश स्तरीय बुनकर सम्मेलन आयोजित कर उनकी समस्याओं को दूर कराया जाएगा।
वार्ता प्रारम्भ होने के पूर्व अल्पसंख्यक कांग्रेस के जिला व महानगर अध्यक्ष द्वारा अंगवस्त्र भेंट कर स्वागत किया गया।।
पत्रकार वार्ता में महानगर अध्यक्ष राघवेन्द्र चौबे ,फसाहत हुसैन बाबू, हाजी बोकाश अंसारी, सफक रिजवी , हसन मेहदी कब्बन, डॉ मुनीर नज्म, अब्दुल हमीद डोडे, तौफीक कुरैशी, रंजीत तिवारी, किशन यादव, बदरे आलम, मो उज्जेर समेत कई कार्यकर्ता उपस्थित रहें।