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बोले राज्यमंत्री डा. नीलकंठ तिवारी, कर्मकांड के विद्यार्थी अब अंग्रेजी में बाचेंगे प्राच्य विद्या का ज्ञान

डा. नीलकंठ रविवार को दैनिक जागरण के लोकप्रिय कार्यक्रम प्रश्न पहर में दूरभाष पर पाठकों के सवालों का जवाब दे रहे थे।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Mon, 13 Jan 2020 09:00 AM (IST)Updated: Mon, 13 Jan 2020 09:01 AM (IST)
बोले राज्यमंत्री डा. नीलकंठ तिवारी, कर्मकांड के विद्यार्थी अब अंग्रेजी में बाचेंगे प्राच्य विद्या का ज्ञान
बोले राज्यमंत्री डा. नीलकंठ तिवारी, कर्मकांड के विद्यार्थी अब अंग्रेजी में बाचेंगे प्राच्य विद्या का ज्ञान

वाराणसी, जेएनएन। धर्मार्थ कार्य, संस्कृति व पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा. नीलकंठ तिवारी का मानना है कि  धर्म- संस्कृति-ज्ञान-विज्ञान के समन्वय से न सिर्फ भारतीय संस्कृति को चहुंओर प्रचारित किया जा सकता है, बल्कि इससे राष्ट्र के उत्थान का मार्ग भी प्रशस्त होगा। इसे देखते हुए श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद नया प्रयोग करने जा रहा है। इसके लिए कर्मकांड का एक वर्षीय पाठ्यक्रम तैयार जाएगा। कारिडोर में प्रस्तावित वैदिक केंद्र में विद्यार्थियों को कर्मकांड के साथ ही अंग्रेजी और कंप्यूटर का भी ज्ञान भी दिया जाएगा। 

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डा. नीलकंठ रविवार को दैनिक जागरण के लोकप्रिय कार्यक्रम प्रश्न पहर में दूरभाष पर पाठकों के सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि देश-विदेश में मांग को देखते हुए कर्मकांड के प्रशिक्षित विद्यार्थियों के लिए कैंपस प्लेसमेंट के तहत नौकरी का प्रबंध किया जाएगा, ताकि कर्मकांड के विद्यार्थी दुनिया भर में प्राच्य विद्या का ज्ञान अन्य भाषाओं के साथ अंग्रेजी में भी बांच सकें। इस केंद्र में ही शास्त्रार्थ की भी नियमित व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने बाबा दरबार विस्तारीकरण एवं सुंदरीकरण, धर्म स्थलों के विकास, विस्तार, सांस्कृतिक व पर्यटन योजनाओं से संबंधित पाठकों की जिज्ञासाओं का भी समाधान किया। 

थाती को संरक्षित रखते हुए काशी को आधुनिक तरीके से सजाएंगे  

मंत्री डा. नीलकंठ ने कालभैरव मंदिर सुंदरीकरण को लेकर लोगों के मन में उठते सवालों पर कहा कि विकास कार्यों के बाद पर्यटन के लिहाज से काशी को सजाने- संवारने की तैयारी है। पुरानी काशी के स्वरूप से किसी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की जाएगी। राजमंदिर, गढ़वासी टोला सहित आस-पास के मोहल्लों की सभी गलियों में पुराने समय की सीवर व पेयजल पाइपलाइन थी। नए सिरे से सुंदरीकरण के लिए 20 करोड़ रुपये का टेंडर पास हुआ है। जल्द काम भी शुरु कर दिया जाएगा। इसके तहत नई सीवर व पेयजल पाइप लाइन बिछाई जाएगी। इसके लिए डक्ट भी बनवाया जाएगा, ताकि भविष्य में किसी प्रकार का भूमिगत तार डालने के लिए गलियों को खोदना न पड़े। 

दीवारें बताएंगी मोहल्लों की पहचान 

गलियों की दीवारों पर सुंदर चित्रकारी  कराई जाएगी तो म्यूरल बनाए जाएंगे जो पर्यटकों को आकर्षित करने के साथ की काशी के महात्म्य का बोध कराएंगे। इससे गलियों में घुसते ही मोहल्ले की विशेषता का पता चल जाएगा।  

-भिखारीपुर से अखरी का रास्ता बहुत खराब है। ---संदीप खंडेलवाल, चितईपुर

पिछले साल सड़क बननी शुरू हुई थी। बरसात के कारण काम रोकना पड़ा। सीवर का काम बच गया था। अब दोबारा काम शुरू हो गया है। मार्च तक बेहतरीन सड़क बनकर तैयार हो जाएगी। 

दशाश्वमेध घाट व संकट मोचन मंदिर के द्वार पर मेटल डिटेक्टर खराब पड़ा है। -ऋषभ जायसवाल, मंगारी

मेटल डिटेक्टर दशाश्वमेध घाट पर आरती के समय लगता है। इसे चेक कराया जाएगा। 

चुनार वाली दुर्गा जी मंदिर का कायाकल्प और वहां विकास को लेकर क्या तैयारी है। ---जीत नारायण सिंह, नाटी इमली

क्षेत्रीय विधायक की ओर से इस संदर्भ में पत्र मिल चुका है। मंदिर के आस-पास पर्यटन का विकास जल्द होगा।

क्षेत्र में सरकारी योजनाओं का लाभ वंचितों तक नहीं पहुंच रहा। ---अंजनी कुमार वर्मा, लहरतारा

हर वर्ग को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने की दिशा में प्रयास किया जा रहा है। कहीं कोई वंचित रह गया तो मामले को गंभीरतापूर्वक देखा जाएगा। 

सोनारपुरा में पर्यटक स्थानीय स्तर पर बाहरी व हुड़दंगियों से परेशान रहते हैं। ---विकास, सोनारपुरा

समस्या पर जल्द एक्शन लिया जाएगा।

काशी विश्वनाथ क्षेत्र अन्नक्षेत्र संचालन की जिम्मेदारी अन्नपूर्णा ट्रस्ट को ही दे दी जाए।---विजय नारायण सिंह, गोदौलिया

कई संस्थाओं से बात चल रही है। अन्नपूर्णा ट्रस्ट पर प्रमुखता से विचार किया जा रहा है।

वैष्णो धाम की तर्ज पर विश्वनाथ मंदिर की व्यवस्था कब तक शुरू हागी। ---अंशुमान मालवीय, महमूरगंज

= सुगम दर्शन शुरू हो गया है। दर्शन के लिए ऑनलाइन बुकिंग की जा रही है। दिन -प्रतिदिन सुधार किए जा रहे हैं। अप्रैल 2021 तक हर हाल में काम पूरा करने कर लक्ष्य रखा गया है। 

पंचगंगा घाट के पास हजारा खस्ता हाल है। ऐतिहासिक फाटक को संरक्षित करने के लिए क्या किया जा रहा है। ---गोविंद सिंह, पंचगंगा घाट

हजारा के तीन दीपक टूट गए थे, जिसकी मरम्मत कराई गई। अन्य दीपक जो जीर्ण-शीर्ण अवस्था में हैं, उनकी मरम्मत के लिए पर्यटन विभाग से बोला गया है, जल्द ही ठीक हो जाएगा। फाटक का  रंग-रोगन का काम भी कराया जाएगा। 

नवायन डीह मंदिर करीब एक हजार साल पुराना शिव मंदिर है। पावन पथ में शामिल कराने को लेकर प्रार्थना पत्र भी दिया गया है। ---शंभूनाथ सिंह, सेवापुरी 

 पर्यटन और पुरातत्व विभाग को जल्द ही वहां भेजा जाएगा। 

वाराणसी को अंतरराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट स्टेडियम कब तक मिलेगा। ---भानू प्रताप सिंह, शिवपुर 

 सिगरा को ही अपग्रेड करने की बात थी, लेकिन अन्य खेल प्रभावित होते। बावजूद इसके योजना बनाकर रणजी स्तर के खेल के लिए ग्राउंड तैयार करने व स्पोटर््स कांप्लेक्स के लिए पैसे दिए गए। जनपद में अभी भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट स्टेडियम के लिए जगह की तलाश की जा रही है। 

पावन पथ योजना के तहत तीर्थ पुरोहितों के लिए रोजगार की क्या संभावना है। ---आचार्य पवन शुक्ला, दशाश्वमेध

 कुल 108 मंदिर पावन पथ में लिए गए हैं। भविष्य में इसमें और भी इजाफा होगा। इन मंदिरों पर श्रद्धालु व पर्यटक पहुंचेंगे, दर्शन करेंगे। ऐसे में निश्चित तौर पर वैदिक ब्राह्मण व तीर्थ पुरोहित सभी को रोजगार मिलेगा। 

गिरजाघर-रामापुरा रोड पर सीवर की समस्या बनी हुई है, समाधान कब तक। ---अनंत अग्रवाल, खारीकुआं 

थोड़ी समस्या है। शाही नाले का एक कनेक्शन जोडऩा रह गया है। जल्द ही ठीक हो जाएगा। 

गंगा में अस्सी नाले के माध्यम से मलजल जा रहा है। कब तक रुकेगा। ---निशा गोस्वामी, नरिया

रमना में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बन रहा है, जो अप्रैल तक तैयार हो जाएगा। इसके बाद गंगा में एक बूंद भी गंदा पानी नहीं जाएगा। 

रामेश्वरम में प्रसाद योजना के तहत जो विश्रामालय बनाया जा रहा है, उसे बाढ़ क्षेत्र में बनाने का क्या औचित्य। ---रंजीत तिवारी, रामेश्वर 

नदी के किनारे जरूर है, लेकिन उसमें बाढ़ का पानी नहीं जाएगा। 

दुर्गाकुंड पर फव्वारा चलने पर दुर्गंध आ रही है। वहीं आनंद पार्क के रास्तों से पोल उखाड़ दिए गए हैं। --भानू किशोर त्रिपाठी, शुकुलपुरा

यदि दुर्गंध की समस्या है, तो जल्द ही इसका निस्तारण कराया जाएगा। वहीं आनंद पार्क के तीनों रास्तों पर पोल लगवा दूंगा, ताकि बड़ी गाडिय़ां उधर से न गुजर सकें। 

सहजनवा के पाली ब्लाक स्थित तकथा गांव में 75 साल पुराना शिवजी का मंदिर है। विकास नहीं हुआ। ---चंदन त्रिपाठी, गोरखपुर

सरकार मंदिर का नहीं, बल्कि उसके आस-पास के क्षेत्र का विकास कराती है। इसके लिए भी कुछ करने का प्रयास करता हूं। 

सारनाथ की तरफ विकास हो रहा, मगर सीवर-पेयजल आदि मामले में पांडेयपुर क्षेत्र पिछड़ रहा है। ---आशीष गुप्ता, पहडिय़ा 

प्रमुख सचिव को पत्र भेजा गया था। सीवर व पानी का काम जल्द पूरा कर लिया जाएगा। 

औढ़े में चामुंडेश्वर करुणेश्वर मंदिर अवैध कब्जे की भेंट चढ़ गया है। कई बार शिकायत हो चुकी है। --- अनिल गिरी, मिशिरपुर 

 हम लोगों ने रामायण सर्किट, बुद्ध सर्किट, पर्यटन सर्किट बनवाया। अब श्रीकृष्ण सर्किट की रूप-रेखा खींची जा रही है। उसमें इसे शामिल कर जल्द ही आपको सूचित किया जाएगा। 

संकट मोचन मंदिर के बगल में संकट हरण हनुमान मंदिर है। चारों ओर से अवैध कब्जेदारों ने घेर रखा है। ---जय शंकर श्रीवास्तव, साकेतनगर

लिखित पत्र में जानकारी दें। जल्द ही एक्शन लिया जाएगा।

 ऐतिहासिक सोनिया तालाब पर्यटन में ले लिया गया है, मगर इसका विकास कब तक होगा। --कौशल कुमार सिंह, सोनिया

 स्मार्ट सिटी के तहत इसका विकास होना है। जल्द ही आपको धरातल पर बदलाव दिखाई देगा।

वरुणा कॉरिडोर का काम रामेश्वर मंदिर तक होगा या नहीं। ---अनूप तिवारी, रामेश्वर 

 योजना को रिवाइज किया जा रहा है। 

धर्म-संस्कृति-ज्ञान-विज्ञान के समन्वय वाले पाठ्यक्रम तैयार करने को लेकर क्या कोई योजना है। ---जीतेंद्र पांडेय, पिंडरा 

कर्मकांड के विद्यार्थियों को अंग्रेजी व कंप्यूटर की शिक्षा देने के लिए काशी विश्वनाथ ट्रस्ट के माध्यम से जल्द योजना शुरू की जाएगी। साल भर के कोर्स के बाद कैंपस प्लेसमेंट भी दिया जाएगा।

- क्या श्रीकाशी विश्वनाथ परिक्षेत्र की तर्ज पर भैरोनाथ क्षेत्र में भी विस्तारीकरण होगा। ---महेश, भैरोनाथ

बिल्कुल नहीं। वहां केवल सुंदरीकरण का काम होगा। सड़कों की चौड़ाई थोड़ी बढ़ाई जाएगी। 

- दीनदयाल हस्तकला संकुल के प्रचार के लिए शहर में विभिन्न स्थानों से निश्शुल्क वाहन उपलब्ध कराएंं जाएं। ---सैयद इतरत हुसैन, काली महल

जी, बिल्कुल। हर तरह की संभावनाओं पर विचार किया जाएगा। 

कालिका मंदिर के बगल में पत्नी के नाम से प्रापर्टी है। क्या यह कॉरिडोर के सेकेंड फेज में आ रहा है। ---आदित्य शर्मा, मंडुआडीह

कोई सेकेंड फेज नहीं है। ऐसा कुछ नहीं होने वाला है। 

- विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए विदेशियों के लिए अलग से काउंटर बनाया जाए। ---धर्मेंद्र तिवारी, नदेसर

बैठक में इस मुद्दे को रखूंगा।

 राजमंदिर क्षेत्र पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण है। गलियों की स्थिति सुधारी जाए। ---पीयुष पांडेय, राजमंदिर

 राजमंदिर सहित आस-पास के क्षेत्र की सभी गलियों में सीवर, पेयजल व अन्य कार्यों के लिए 20 करोड़ रुपये का टेंडर पास हुआ है। जल्द ही काम शुरू भी हो जाएगा। 

सांस्कृतिक संकुल में अवैध रूप से मांसाहार की दुकानें संचालित हो रही है। --राजीव सिंह, चौकाघाट

मामला दिखवा लिया जाएगा। 

मेरा गाइड लाइसेंस 2009-10 का है। अब इसका नवीनीकरण नहीं हो पा रहा है। ---पवन कुमार श्रीवास्तव, आशापुर

 वर्ष 2012 के बाद से सुप्रीम कोर्ट ने इस पर रोक लगा रखी है। सिर्फ केंद्र सरकार ही नवीनीकरण कर सकती है। 

मौके पर ही शिकायतों का निस्तारण

प्रश्न पहर में डा. नीलकंठ तिवारी ने जिज्ञासाओं का समाधान के साथ ही सभी को डायरी में नोट किया। शिकायतों के बाबत अधिकारियों को फोन किया और निस्तारण भी कराया। 


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