मिनी स्टेडियम घोटाला : कार्रवाई की तलवार लटकी तो इंजीनियर व ठेकेदारों की खुली नींद
रेवती विकास खंड के बिसौली में मिनी स्टेडियम के निर्माण में लंबे समय से चल रहे लूटखसोट के बाद जब कार्रवाई की तलवार लटकी तो विभागीय इंजीनियरों और ठेकेदारों के कान खड़े हो गए हैं।
बलिया, जेएनएन। रेवती विकास खंड के बिसौली (हुसेनाबाद) में मिनी स्टेडियम के निर्माण में लंबे समय से चल रहे लूटखसोट के बाद जब कार्रवाई की तलवार लटकी तो विभागीय इंजीनियरों और ठेकेदारों के कान खड़े हो गए। युवा कल्याण विभाग के महानिदेशक डिंपल वर्मा की ओर से मुकदमा दर्ज करने का आदेश डीएम को मिलने के बाद जैसे ही कार्यवाही शुरू हुई, विभागीय इंजीनियर और ठेकेदार गहरी नींद से जागे और निर्माण कार्यस्थल पर काम कराना शुरू कर दिए।
पिछले दो दिनों से वहां मिट्टी और ईंट गिराए जाने का काम हो रहा है। स्टेडियम के अंदर कमरों की साफ सफाई का काम भी तेजी से हो रही है। निर्माण कार्य की तेजी देख स्थानीय लोग भी अवाक हैं। यह सोचकर कि लंबे समय से ठप पड़े इस कार्य में अचानक इतनी तेजी कैसे आ गई। इस बाबत कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर इसी तरह तेजी से काम हुआ तब जाकर आगामी कुछ दिनों में स्टेडियम का निर्माण कार्य पूरा हो जाने की संभावना है। अब तक तो यह प्रोजेक्ट सरकारी इंजीनियरों और ठेकेदारों की अवैध कमाई का जरिया मात्र बन गया था।
बता दें कि स्टेडियम पिछले 12 वर्षों से बन रहा है। करोड़ों की लागत से बन रहे इस के निर्माण कार्य में इतनी देरी होना और सरकारी धन की अनियमितता मिलने से यह साफ जाहिर होता है। इसके विभागीय इंजीनियर और ठेकेदार इस अधूरे कार्य को पूरा दिखाने के चक्कर में थे। मामला अगर प्रदेश मुख्यालय स्तर पर नहीं पहुंचता और युवा कल्याण विभाग गोरखपुर मंडल के उपनिदेशक की सही जांच नहीं हुई होती तो शायद ये इंजीनियर और ठेकेदार अपने मंसूबे में कामयाब भी हो जाते। इस मामले में विभागीय लोग भी मान रहे हे कि इस मामले में कार्रवाई तो हर हाल में होगी।