सेना में भर्ती कराने के नाम पर लाखों ऐंठने वाला चढ़ा हत्थे
वाराणसी : सेना में खुद को सूबेदार मेजर बता भर्ती कराने के नाम पर अभ्यर्थियों से लाखों रुपये वसूलने क
वाराणसी : सेना में खुद को सूबेदार मेजर बता भर्ती कराने के नाम पर अभ्यर्थियों से लाखों रुपये वसूलने के मामले में एसटीएफ ने पंकज शर्मा को बुधवार को कैंट क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से सेना की वर्दी और कई सैन्य अधिकारियों की फर्जी मुहरें बरामद हुई है।
एसटीएफ की तहरीर के मुताबिक, सेना में भर्ती कराने के नाम पर लंबे समय से सक्रिय पंकज खुद को सेना में सूबेदार मेजर के पद पर तैनात बताता था। युवकों से फर्जी नियुक्ति पत्र के नाम पर लाखों रुपए वसूलने के मामले में लंबे समय से तलाश थी। एसटीएफ इंस्पेक्टर विपिन राय की तहरीर के मुताबिक, बुधवार को छावनी के लाल डिग्गी चौराहे के पास से आरोपी युवक को बावर्दी गिरफ्तार किया गया। उसके कब्जे से सेना की टोपी जर्सी और भर्ती निदेशक वाराणसी के अलावा 39 जीटीसी की मुहर, बैंक पासबुक, कुछ नगद रुपये और कुछ अभ्यर्थियों के दस्तावेज बरामद हुए हैं। पूछताछ में उसने अपना नाम पंकज शर्मा निवासी ग्राम बालबाध चरपोखरी भोजपुर बिहार बताया। वर्तमान में निराला नगर कालोनी शिवपुरवा सिगरा में रहता है। गिरफ्तारी टीम में एसटीएफ के सीओ विनोद कुमार सिंह, इंस्पेक्टर पुनीत परिहार, एसआइ शहजादा खान, एसआइ अंगद, एसआइ अरविंद सिंह आदि रहे।
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पांच लाख की करता था मांग
आरोपी युवक भर्ती के नाम पर अभ्यर्थियों से पांच लाख रुपये की माग करता था और उनके मूल दस्तावेज और फोटो अपने पास रख लेता था। उस पर तीन युवकों से सात लाख अस्सी हजार रुपए लेकर फर्जी नियुक्ति पत्र देने का आरोप है। वहीं दूसरी ओर आरोपी युवक का कहना था कि वर्ष 2017 की रैली में वह खुद अभ्यर्थी के रूप में भाग लिया और मेडिकल अनफिट होने पर उसे भर्ती स्थल पर एक सैन्य कर्मी ने दो लाख रुपये की मांग की। देने के बाद भी आज तक भर्ती नहीं कराया। पुलिस ने बताया कि युवक के पास से पांच फर्जी नियुक्ति पत्र के अलावा मोटर साइकिल भी मिली है जिस पर भारतीय सेना का मोनोग्राम बना है।