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श्री काशी विश्वनाथ मुक्ति आंदोलन के सदस्‍यों ने बाबा कालभैरव मंदिर में दिया मुक्ति के लिए पत्रक

श्री काशी विश्वनाथ मुक्ति आंदोलन टीम द्वारा बाबा कालभैरव मंदिर में काशी विश्वनाथ की मुक्ति के लिए पत्रक दिया गया।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Wed, 18 Mar 2020 10:28 AM (IST)Updated: Wed, 18 Mar 2020 04:16 PM (IST)
श्री काशी विश्वनाथ मुक्ति आंदोलन के सदस्‍यों ने बाबा कालभैरव मंदिर में दिया मुक्ति के लिए पत्रक
श्री काशी विश्वनाथ मुक्ति आंदोलन के सदस्‍यों ने बाबा कालभैरव मंदिर में दिया मुक्ति के लिए पत्रक

वाराणसी, जेएनएन। श्री काशी विश्वनाथ मुक्ति आंदोलन टीम द्वारा बाबा कालभैरव मंदिर में काशी विश्वनाथ की मुक्ति के लिए पत्रक दिया गया। इस दौरान पत्रक देने में शामिल रहे सुधीर सिंह को कोतवाली पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इससे पूर्व भी श्री काशी विश्वनाथ मुक्ति आंदोलन समिति की ओर से बाबा विश्‍वनाथ की मुक्ति के लिए जलाभिषेक किया गया था। इसी कड़ी में बुधवार को आंदोलन से जुड़े सदस्‍यों ने बाबा कालभैरव मंदिर में जाकर एक पन्‍ने का पत्रक सुधीर सिंह ने देने के साथ ही बाबा कालभैरव को पढ़कर भी सुनाया। इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने उनको हिरासत में भी ले लिया।

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इन दिनों काशी विश्‍वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद के पुरातात्‍विक सर्वेक्षण कराने को लेकर भी एक सुनवायी वाराणसी की अदालत में चल रही है। दूसरी ओर श्री काशी विश्वनाथ मुक्ति आंदोलन समिति की ओर से भी जिले में कई आयोजनों के जरिए काश्‍ाी विश्‍वनाथ को मुक्ति के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में बुधवार को सदस्‍य सुधीर सिंह के साथ बाबा कालभैरव मंदिर पत्रक देने पहुंचे थे। इसके बाद प्रशासन को इस बात की जानकारी हुई तो सुरक्षा व्‍यवस्‍था बरकरार रखने के लिए आवश्‍यक कार्रवाई करते हुए उनको हिरासत में ले लिया।

श्री काशी विश्वनाथ व श्रृंगार गौरी मंदिर को मुक्त कराने की मांग करते हुए बुधवार को कालभैरव मंदिर में अर्जी लेकर पहुंचे। सुधीर सिंह सहित श्री काशी विश्वनाथ मंदिर मुक्ति आंदोलन समिति के सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया। कोतवाली पुलिस सभी सदस्यों को पकड़कर थाने ले आई। इसके पूर्व बाबा कालभैरव मंदिर पहुंचे समिति के सदस्यों ने पत्रक पढ़कर अर्जी लगाई। सुधीर सिंह ने कहा कि मुगल शासक ने सैंकड़ों वर्ष पहले श्रीकाशी विश्वनाथ और श्रृंगार गौरी के देव विग्रहों को तोड़कर कुएं में फेंक दिया था। जो आज भी ज्ञानवापी मस्जिद में कैद है। सुधीर ने बताया कि बड़े- बड़े राजनेता, अधिकारी और विशिष्टजन भी काशी में आने के बाद बाबा से अर्जी लगाते हैं। बाबा हम काशी वासियों की प्रार्थना भी सुनेंगे। इसके पहले भी सुधीर सिंह और समिति के सदस्यों को श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर से गिरफ्तार किया गया था।


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