मीरजापुर के वनों की खुली हवा में जहर घोलने वाले गिरफ्तार, दो गाड़ियां बरामद Mirzapur news
ददरी जंगल में सड़क के किनारे अस्पतालों से निकलने वाले कचरे को तुली रिसर्च एंड ब्रिडिंग कंपनी द्वारा मीरजापुर से ले आकर जंगल की खुली वादियों में जहर खोला जा रहा था।
मीरजापुर, जेएनएन। मड़िहान वन रेंज के ददरी जंगल में सड़क के किनारे अस्पतालों से निकलने वाले कचरे को तुली रिसर्च एंड ब्रिडिंग कंपनी द्वारा मीरजापुर से ले आकर जंगल की खुली वादियों में जहर खोला जा रहा था। जिससे कई जानवरों की पूूर्व में मौत हो चुकी है और लोग जंगल में खुली हवा लेने में भी हिचकिचाते थे क्योंकि अस्पतालों से निकलने वाले ब्लेड, सुई ,बॉटल, एक्सपायरी दवाएं, रक्त से सने हुए कपड़े आदि को बायोवेस्ट भट्टी में नष्ट करने की बजाय मड़िहान के जंगलों में फेंक दिया जाता था।
दैनिक जागरण ने इस समस्या को प्रमुखता से उठाया तो वन विभाग के आला अधिकारी भी चौकन्ने हो गए और जंगल में कूड़ा फेंकने वाले लोगों की फिराक में पड़ गए। इसके लिए वन क्षेत्राधिकारी के निर्देशन में टीम द्वारा जाल बिछा दिया गया और जब भोर में गाड़ी कूड़ा फेंकने गई तो इसी बीच वन के अधिकारियों को भी इसकी भनक लगी और घेराबंदी कर दी जिसके बाद भागने की फिराक में बारिश होने के कारण गाड़ी जंगल में ही फंस गई।
हालांकि जंगल का लाभ उठाकर चालक तो फरार हो गया मगर मौके से तीन लोगों को वन विभाग की टीम वन दरोगा राम सुरेश शुक्ला, रमेश चंद पांडेय, दीपक सिंह, हरे राम अपने साथ ले आये और मौके पर पकड़े गए दोनों वाहनों को सीज कर दिया गया। तुली बायो रिसर्च कंपनी के नाम से भारतीय वन अधिनियम के तहत एच टू केस काटते हुए गाड़ी को सीज कर दिया गया। वन क्षेत्राधिकारी पीके मिश्रा ने बताया कि आरोपियों पर एक लाख का जुर्माना किया गया साथ ही चेतावनी भी दी गई है कि दोबारा ऐसा कभी ना करें।
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