वाराणसी से गायब एमबीबीएस का छात्र नौ जून को पहुंचा था विंध्याचल, सीसीटीवी कैमरे में भी दिखाई दिया
वाराणसी से गायब एमबीबीएस का छात्र नौ जून को पहुंचा था विंध्याचल सीसीटीवी कैमरे में भी दिखाई दिया।
मीरजापुर, जेएनएन। विंध्याचल स्थानीय थानाक्षेत्र से वाराणसी में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाले छात्र के रहस्यमय ढंग से गायब हो जाने से पुलिस हलकान है। साथ ही सीसीटीवी फुटेज के आधार पर छात्र की खोजबीन की जा रही है। वह बीते नौ जून को विंध्याचल धाम पहुंचा था। इसके बाद बुलेट मोटरसाइकिल खड़ी करके लापता हो गया।
पुलिस के अनुसार गायब छात्र नवनीत परासर पुत्र मनोज परासर निवासी हाकाम, मोहम्मदपुर, जिला गोपालगंज, बिहार का निवासी है जो वाराणसी के एक हास्टल में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था। नौ जून को सुबह आठ बजे वह बनारस से अपनी बुलेट मोटर साइकिल से निकला था जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लंका थाने में दर्ज कराई गई है। छात्र नवनीत को नौ जून की दोपहर में विंध्याचल में मां विंध्यवासिनी मंदिर के पास देखा गया था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि छात्र ने अपनी मोटर साइकिल को कोतवाली गेट के सामने खड़ी किया व मंदिर की सीढिय़ों पर उसकी चाभी छोड़कर गंगा स्नान करने चला गया। नहाने के बाद वह फिर से लौटा व मंदिर की सीढिय़ों पर मत्था टेका। इसके बाद कुछ लोगों से बलि के बारे में चर्चा की और फिर गंगाघाट की तरफ चला गया और दोबार दिखाई नहीं दिया। पुलिस ने मोटर साइकिल के नंबर से उसकी जानकारी जुटाई।
संसार व सांसारिक वस्तुओं से होने लगा मोहभंग
पुलिस के अनुसार 10 जून को उसके साथ पढऩे वाले चार युवकों ने पुलिस को जानकारी दी कि वह अत्यंत मेधावी छात्र था। दो महीने पहले ही बनारस में ही किसी साधक से उनकी निकटता हो गई। इसके बाद उसकी संसार व सांसारिक वस्तुओं से मोहभंग होने लगा। उन लोगों के अनुसार उसने अपने पास मौजूद हर वस्तु जैसे मोबाइल, पैसा इत्यादि किसी न किसी को दान दे दिया। मोटर साइकिल भी दान देने की कोशिश की थी। इन बातों से यही अनुमान लगाया जा रहा है कि या तो वह पैदल ही किसी अज्ञात अथवा एकांत स्थान पर साधना के लिए चला गया या फिर जल समाधि ले ली है। फिलहाल यह एक रहस्य का विषय बना हुआ है और ङ्क्षवध्याचल पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी है। पुलिस के पास सीसीटीवी कैमरे की फुटेज उपलब्ध है जो उसके ङ्क्षवध्याचल मंदिर के पास देखे जाने का प्रमाण है। पुलिस ने नौ जून को ही उसकी मोटर साइकिल को लावारिस हालात में पाई व कोतवाली में जमा कर दिया था।