लोकसभा चुनाव 2019 : 14 मई को महागठबंधन की महारैली, मैदान की तलाश में संगठन
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव बसपा प्रमुख मायावती और राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष अजीत सिंह एक ही मंच से गरजेंगे।
वाराणसी, जेएनएन। 14 मई को महागठबंधन के राजनीतिक धुरंधर बनारस में होंगे। यहां उनकी महारैली होने जा रही है जिसमें सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, बसपा प्रमुख मायावती और राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष अजीत सिंह एक ही मंच से गरजेंगे। निशाने पर होगी मोदी व योगी की सरकार, जिन पर तरकस के हर तीर से किया जाएगा प्रहार।
लोकसभा की हाई प्रोफाइल सीट वाराणसी में महागठबंधन की महारैली की सूचना मिलते ही शुक्रवार को स्थानीय स्तर पर सपा व बसपा का संगठन सक्रिय हो गया है। संगठन के बड़े पदाधिकारी मैदान की तलाश में जुट गए हैं। सपा के जिलाध्यक्ष डा. पीयूष यादव, महानगर अध्यक्ष राजकुमार जायसवाल, बसपा के जिलाध्यक्ष लक्ष्मण राम आदि ने मिलकर महारैली के लिए विभिन्न इलाकों में पांच मैदान देख लिया है जिसके तहत रामनगर में दो, राजातालाब, जगतपुर और रोहनिया में एक-एक स्थान चिह्नित किए गए हैं। इन मैदानों को लेकर अंतिम निर्णय शीर्ष नेतृत्व करेगा। खास यह कि ये सभी स्थल वाराणसी संसदीय क्षेत्र की सीमा में हैं। पदाधिकारियों की मानें तो महारैली के लिए रोहनिया के औढ़े गांव को तरजीह दी जा सकती है।
पांच लक्खा होगी यह महारैली : महानगर अध्यक्ष राजकुमार का दावा है कि महागठबंधन की इस महारैली में पांच लाख लोगों के लिए इंतजाम किया जाएगा। हालांकि 10 लाख लोगों के आने की उम्मीद जताई जा रही है। कहा कि सपा, बसपा व रालोद के कार्यकर्ताओं की संयुक्त टीम महारैली को सफल बनाने में जुट गई है। सभी को जिम्मेदारियां सौंपने की कवायद हो रही हैं। कार्यालय में प्रचार सामग्री आदि की व्यवस्था की जा रही है।
अखिलेश का रोड शो भी संभावित : महागठबंधन में वाराणसी संसदीय सीट सपा के खाते में है, इसलिए इस दल का जोर अधिक रहेगा। महारैली के अलावा सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की सभा होगी तथा रोड शो भी होगा जिसके लिए मंथन किया जा रहा है। अखिलेश की सभा, रोड शो और महारैली के बाद होगा या पहले, इसके लिए दिन-तारीख की घोषणा अविलंब की जाएगी।
सपा का उम्मीदवार होगा स्थानीय : महानगर अध्यक्ष राजकुमार ने बताया कि सपा की ओर से वाराणसी संसदीय सीट के लिए उम्मीदवार की घोषणा जल्द होगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह उम्मीदवार स्थानीय होगा जो पीएम मोदी के सामने मजबूती से चुनाव लड़ेगा। सूत्रों के अनुसार एक पूर्व मंत्री को उम्मीदवार बनाने के संकेत मिल रहे हैं।