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पहले वह घर से भागी, दोबारा बालिका गृह से भागी अब वापस नर्क में ही भेजने की महकमा कर रहा तैयारी

शहर कोतवाली क्षेत्र के पक्का पोखरा स्थित एक बालिका गृह में रखी गई किशोरी शनिवार की देर रात सुरक्षा का घेरा तोड़ते हुए भाग निकली।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sun, 13 Oct 2019 06:04 PM (IST)Updated: Sun, 13 Oct 2019 06:04 PM (IST)
पहले वह घर से भागी, दोबारा बालिका गृह से भागी अब वापस नर्क में ही भेजने की महकमा कर रहा तैयारी
पहले वह घर से भागी, दोबारा बालिका गृह से भागी अब वापस नर्क में ही भेजने की महकमा कर रहा तैयारी

मीरजापुर, जेएनएन। शहर कोतवाली क्षेत्र के पक्का पोखरा स्थित एक बालिका गृह में रखी गई किशोरी शनिवार की देर रात सुरक्षा का घेरा तोड़ते हुए भाग निकली। पीछा कर रहे बालिका गृह के एक दर्जन के लगभग महिला व पुरुष कर्मियों ने उसे रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म तीन से बरामद कर लिया। हालांकि वह डरी व सहमी थी और बालिका गृह दोबारा जाने से इंकार कर रही थी लेकिन कर्मियों ने उसे जबरदस्ती ले गए। प्लेटफार्म पर भीड़ देख आरपीएफ मौके पर पहुंची तो बताया गया कि किशोरी बालिका गृह से भाग कर यहां पर आई है। 

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शनिवार की देर रात दस बजे के लगभग रेलवे स्टेशन पर एक सोलह वर्षीय किशोरी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म तीन पर डरी व सहमी हुई बैठी थी। इसी बीच एक दर्जन के लगभग बालिका गृह कर्मी उसके पास पहुंचे तो वह सभी को देख अवाक रह गईं। इसके बाद सभी उसे जबरदस्ती ले जाने का प्रयास करने लगे तो वह जाने से इंकार करते हुए रोने लगी। यह देख आसपास खड़े यात्री मौके पर पहुंच गए और अत्यधिक भीड़ देखते हुए आरपीएफ नरेश कुमार हमराहियों के साथ भी वह वहां पहुंच गए और पूछताछ करने लगे।

बालिका गृह के लोगों ने बताया कि यह रात में सभी को चकमा देकर वहां से भाग आई है और वापस जाने से इंकार कर रही है। हालांकि आरपीएफ ने समझा बुझाने का प्रयास करते तब तक सभी वहां से उसे सभी लेकर चले गए। इस संबंध में आरपीएफ एसआइ नरेश कुमार ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व स्टेशन पर आई थी जिससे पूछताछ में उसने बताया था कि घर पर मम्मी-पापा से नाराज होकर चली आई हूं। इसके बाद उसे बालिका गृह के सदस्यों को बुलाकर सुपुर्द कर दिया गया था और बालिका गृह के लोगों ने उसके परिजनों से बातचीत कर सूचित कर दिया था लेकिन वे गरीब होने के कारण पैसे का जुगाड़ कर आने के लिए कहा है। 

बोलीं डायरेक्‍टर : किशोरी जबलपुर की रहने वाली है और उसका विवाह हो गया है तथा पति के उत्पीडऩ के चलते अपने मायके चली आई थी और पिता के डांट से नाराज होकर घर से भाग कर मीरजापुर चली आई। जिसे जीआरपी मीरजापुर ने चाइल्ड लाइन के जरिए किशोरी को सौंपा था और उसे घर भेजने की प्रक्रिया की जा रही है, घरवालों के आते उसे उसे सौंप दिया जाएगा। -आशा राय, डायरेक्टर ज्ञानोदय बालिका गृह।


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