बलिया में गंगा की धाराओं ने कटान से मचायी तबाही, दो दर्जन से अधिक मकान गंगा नदी में समाए Ballia news
दुबेछपरा क्षेत्र में गंगा की उतरती लहरों में बैकरोल धारा के चलते इन दिनों कटान काफी तेज होने से कई मकान नदी की धारा में विलीन हो जा रहे हैं।
बलिया, जेएनएन। दुबेछपरा क्षेत्र में गंगा की उतरती लहरों में बैकरोल धारा के चलते इन दिनों कटान काफी तेज होने से कई मकान नदी की धारा में विलीन हो जा रहे हैं, जबकि कई अपने ही हाथों से अपना आशियाना उजाड़ रहे हैं। बीते कुछ घंटों में ही तीन गांवों में दो दर्जन से अधिक मकान गंगा में समा गए हैं। वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग से गंगा की धारा महज 15 मीटर दूर रह गई है। दूसरी ओर गंगा की कटान रोकने के लिए बाढ़ विभाग के अभियंता बंबूक्रेट से कटान रोकने में लगे हुए हैं। जबकि शुक्रवार की सुबह से लेकर दोपहर तक लगातार नदी की धारा कटान कर रही थी।
गंगा की तेज लहरों ने केहरपुर के बृजकिशोर ओझा, सुशील ओझा, ललिता ओझा, अनिल कुमार ओझा, संतोष ओझा, विपिन कुमर ओझा, रमेश कुमार ओझा, अमित ओझा, आलोक ओझा, अनूप ओझा, संदीप ओझा, अवधेश ओझा, मनोज ओझा, अरुण ओझा, अवध ओझा सहित कई लोगों के मकान शुक्रवार को कटान तेज होने से अचानक गंगा में समा गया। वहीं गंगापुर में अजय यादव, नंदलाल यादव, गामा तुरहा, संतोष तुरहा, सरिता देवी, पचकौड़ी राम, श्रीकृष्ण राम, तेतर राम, रूपा कोइरी के मकान आज कटान के जद में आकर गंगा में विलीन हो गया।
दूसरी ओर गंगापुर (रामगढ़) में कटान तेज होने के कारण अब एनएच 31 से महज 15 मीटर की दूरी पर गंगा की स्थिति बनी हुई है। कटान को रोकने के लिए बाढ़ खंड बलिया के अवर अभियंता प्रशांत गुप्त व जावेद अहमद के नेतृत्व में सैकड़ों मजदूर बंबूक्रेट विधि को अपना कर कटान रोकने के प्रयास में लगे हुए हैं। हालांकि शुक्रवार की दोपहर तक गंगा नदी में कटान जारी था। इसके अलावा सुघर छपरा में भी कटान इन दिनों काफी तेज है। वहां भी उपजाऊ जमीन काटने के बाद तेजी से बस्ती की ओर गंगा की धाराएं बढ़ रही हैं।
गंगा नदी का यह तेवर देख तटवर्ती लोगों में दहशत का माहौल है, लोग अपना सामान लेकर सुरक्षित जगहों पर जहां पलायन कर रहे हैं वहीं अपने ही हाथों से आशियाना उजाड़ने पर विवश हैं। इस बीच उपजिलाधिकरी सदर सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर कटान का जायजा लिया और एनएच 31 को बचाने के लिए जरूरी उपाय करने का निर्देश बाढ़ खंड के अधिकारियों को दिया।