मंडुआडीह स्टेशन का नाम जल्द ही होगा बनारस, बोले रेलवे बोर्ड सदस्य - 'नाम बदलने की प्रक्रिया जारी'
निरीक्षण के दौरान उन्होंने महिला व पुरुषों के लिए बने वातानुकूलित प्रतीक्षालय का निरीक्षण किया तत्पश्चात प्रथम तल पर स्थित डॉरमेट्री रूम व रिटायरिंग रुम व उसमें लगे नल की टोटियों को भी चेक किया इसके साथ ही वहां पर गीजर लगाने का निर्देश दिया।
वाराणसी, जेएनएन। सोमवार की शाम को रेलवे बोर्ड मेम्बर (इंफ्रास्ट्रक्चर) प्रदीप कुमार ने डी आर एम विजय कुमार पंजियार व ए डी आर एम (इंफ्रास्ट्रक्चर) प्रवीण कुमार व अन्य अधिकारियों के साथ मंडुआडीह स्टेशन का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने महिला व पुरुषों के लिए बने वातानुकूलित प्रतीक्षालय का निरीक्षण किया तत्पश्चात प्रथम तल पर स्थित डॉरमेट्री रूम व रिटायरिंग रुम व उसमें लगे नल की टोटियों को भी चेक किया इसके साथ ही वहां पर गीजर लगाने का निर्देश दिया। निर्देश देते हुए आगे बढे तो दीवार पर लगे जालों को साफ करने को भी कहा और वहां उपस्थित कर्मचारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए
स्टेशन परिसर में लगे टी वी पर चल रहे कार्यक्रम को देख उन्होंने प्रति महीने के खर्च के बारे में पूछा तथा वीआईपी लाउन्ज में दीवारों पर लगे रंगीन प्लाईबोर्ड के बारे में भी उपस्थित अधिकारियों से सवाल पूछे। इस दौरान मंडुआडीह स्टेशन परिसर में दीवार पर बने अर्धनारीश्वर के फोटो को देख प्रसन्नता जाहिर की, उस दृश्य को अपने मोबाइल कैमरे में कैद भी किया।
वीआईपी लाउन्ज में बातचीत में प्रदीप कुमार ने बताया कि रेलवे का इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने के लिए हर वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष 33 प्रतिशत बजट अधिक मिला है जिससे रेलवे स्टेशनों की क्षमता तथा यात्रियों की सुविधाओं को बढ़ाया जाएगा। 2023 के अंत तक सभी रेलगाड़ियों का विद्युतीकरण किया जाना सुनिश्चित किया जाएगा। मंडुआडीह का नाम गृहमंत्रालय द्वारा बनारस करने का आदेश कब तक पूर्ण होने के सवाल पर कहा कि प्रक्रिया चल रही है जल्द ही इस स्टेशन का नाम बदल दिया जायेगा।
यात्रियों की सुविधा को लेकर रेलवे बोर्ड सदस्य ने किया सारनाथ स्टेशन का निरीक्षण
पर्यटन स्थल सारनाथ के रेलवे स्टेशन को पर्यटन के रूप में विकास करने के मद्देनजर सोमवार को रेलवे बोर्ड सदस्य (,इंफ्रा ) प्रदीप कुमार जोशी ने निरीक्षण किया । और स्टेशन अधिकारियों से जानकारी ली। रेलवे बोर्ड के सदस्य इंफ्रा प्रदीप कुमार ने दोपहर 1 बजे सारनाथ रेलवे स्टेशन पहुँच कर स्टेशन पर यात्रियों को अधिक से अधिक सुविधाए मिलने व यात्रा को सुगम बनाने के लिए स्टेशन परिसर का निरीक्षण किये। इस दौरान रेलवे बोर्ड के सदस्य प्रदीप ने स्टेशन अधीक्षक एस पी सिंह से क्षेत्रीय लोगो की मांग के बारे में पूछा तो उन्होंने इंटरसिटी व चोरी चोरा एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव की बात कही जिस पर प्रदीप ने अधिकांश ट्रेनों के ठहराव को बन्द करने की बात कही । वही सारनाथ से भटनी रेल खण्ड में ट्रेनों की स्पीड को 100 से बड़ा कर 110 प्रतिघन्टा करने के लिए अधिकारियों को निद्रेषित किये।साथ परिचालन कक्ष में जा कर स्टेशन मास्टर ए के सिंह से ट्रेनों के परिचालन की जानकारी लेने के साथ ट्रेनों के विलम्बन न होने का निर्देश दिया। और अधिकारियों को चेतावनी दी कि सिग्नल की खराबी को समय पर ठीक करते रहे । जिससे ट्रेनों का विलम्बन नही होगा। वही इसी कक्ष में फैले बिजली के तार को कवर करने को कहा और निर्देशित किये की परिचालन कक्ष में तार नही होने चाहिए।
इसके पूर्व वे पुरातात्विक सग्रहालय पहुचे जहां सहायक पुरातत्व विद डॉ नीतेश सक्सेना ने स्वागत किया । वे संग्रहालय व पुरातात्विक खंडहर परिसर में पुरावशेषप को देखे ।
स्टेशन को चाहिए एक सुपरवाइजर
सारनाथ स्टेशन पर ट्रेनों का दबाव के चलते स्टेशन अधीक्षक काफी व्यस्त होने से यात्रियों की समस्याओं का समाधान नही हो पाता है । साथ ही अन्य काम बाधित हो जाते हैं। इन समस्याओं को देखते हुए सारनाथ स्टेशन पर एक सुपरवाइजर की जरूरत है ।
स्टेशन पर यात्रियों की जरूरतें
1- यात्री आश्रय कक्ष
2, सारनाथ से चले बुद्ध पूर्णिमा एक्सप्रेस।
3, महिला शौचालय
4, शुद्व पेयजल व्यवस्था