फ्लाप रहा मंडलीय किसान मेला, आयोजन में कृषक कम और आयोजक ज्यादा दिखाई दिए
कलेक्टरी फार्म परिसर स्थित संभागीय कृषि परीक्षण एवं प्रदर्शन केंद्र में गुरुवार को आयोजित एक दिवसीय मंडलीय किसान मेला एवं कृषक गोष्ठी औपचारिकता की भेंट चढ़ गयी।
वाराणसी, जेएनएन। कलेक्टरी फार्म परिसर स्थित संभागीय कृषि परीक्षण एवं प्रदर्शन केंद्र में गुरुवार को आयोजित एक दिवसीय मंडलीय किसान मेला एवं कृषक गोष्ठी औपचारिकता की भेंट चढ़ गयी। हाल यह था कि मंडलीय स्तर का मेला होने के बावजूद भी आयोजकों को कुर्सियां भरने में पसीने निकल गए। भारी भरकम धन खर्च होने के बावजूद कार्यक्रम की सार्थकता पर प्रश्न चिन्ह लगता रहा।
मेले में किसान कम कृषि कर्मी ज्यादे नजर आ रहे थे। कलेक्टरी फॉर्म परिसर में काम करने वाली महिला मजदूरों को भी बुलाकर के कुर्सियां भरवाई गई।मजे की बात यह रही कि पंजीकरण काउंटर पर पूछने पर करीब 700 किसानों की उपस्थिति की बात कही गयी जो समझ से परे थी। मेले में किसानों को जानकारी देने के लिए लगाई गई स्टाल पर भी भीड़ की संख्या नहीं के बराबर दिखी। स्टाल संचालक निराश से दिखे। सभी का दबी जुबां से कहना था कि मंडल स्तरीय कृषक गोष्ठी एवं किसान मेले का आयोजन पूरी तरह से फ्लॉप रहा।
कम लागत में अधिक उत्पादन
वक्ताओं द्वारा आधुनिक खेती पर जोर देते हुए कम लागत में अधिक उत्पादन करने की जानकारी किसानों को दी गयी। जैविक खाद, कतार विधि से फसलों की बुआई समेत टपक विधि व फौहारा विधि अपनाकर कर कम सिंचाई में अच्छी उत्पादन समेत अन्य बिंदुओं पर चर्चा की गयी। कार्यक्रम की अध्यक्षता संयुक्त कृषि निदेशक अखिलेश चंद्र शर्मा ने किया। इस दौरान अभियंता विनोद कुमार सिंह, उप कृषि निदेशक शोध आके सिंह, उप निदेशक कृषि डा. राजीव कुमार, डा. एमएम सिंह, डा. एके वर्मा, डा. आशीष कुमार श्रीवास्तव, कृषि अधिकारी सुभाष मौर्य,अमित कुमार मिश्रा आदि थे।