Make Small Strong : इंटरनेट मीडिया ने संभाला Tent House कारोबार का कार्यभार, डेकोरेटर्स की बनी गैलरी
वाराणसी में वर्मा टेंट हाउस के अधिष्ठाता अभिलेश वर्मा बताते हैं कि लाकडाउन के दौरान एक मित्र ने सलाह दिया कि घबराने की जरूरत नहीं है। व्यवसाय को इंटरनेट मीडिया से जोड़ दिजीए फिर वह खुद-ब-खुद कारोबार का कार्यभार संभाल लेगा।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोना महामारी ऐसे समय में आई जब हमारे व्यवसाय का पीक सीजन होता है। सरकार ने जनकल्याणार्थ के लिए लाकडाउन लगाया। एकबारगी तो लगा कि अब हम सड़कों पर आ जाएंगे। लेकिन होसला नहींखोए। मूलकारण था कि उस दौरान अप्रैल और मई के लिए जो आयोजन बुक किए गए थे। वह कैंसिल होने शुरु हो गए। अब सामने दो समस्याएं खड़ी थी। पहला कि अग्रिम भुगतान को कैसे लौटाएं, दूसरा लाकडाउन में परिवार का खर्चा कैसे चलाएं। वर्मा टेंट हाउस के अधिष्ठाता अभिलेश वर्मा बताते हैं कि इन सब की चिंता सता रही थी। तभी एक मित्र ने सलाह दिया कि घबराने की जरूरत नहीं है। व्यवसाय को इंटरनेट मीडिया से जोड़ दिजीए फिर वह खुद-ब-खुद कारोबार का कार्यभार संभाल लेगा। फिर क्या मित्र की बात को मानते हुए हमने व्यवसाय को इंटरनेट मीडिया से जोड़ दिया।
डेकोरेटर्स की बनी गैलरी हमारे व्यवसाय में डेकोरेशन का महत्वपूर्ण स्थान है। इसके लिए हमने लाइटिंग, स्टेज, मंडप आदि के फोटो की गैलरी बनानी शुरु कर दी। इसके बादइसे फेसबुक, वाट्सएप पर साझा कर दिया। कुछ दिनों में लोग देखने लगे कि वर्मा टेंट ने आज इस डेकोरेशन का प्रजेंटेशन किया है। एक दिन भी यदि किसी कारण वश फोटो और वीडियो ग्राहकों को नहीं मिलता तो वह काल बैक करके पूछते कि आज फोटो और वीडियो नहीं मिला। तो जो भी उचित कारण रहता बता देता। पब्लिक कनेक्टिविटी को बनाया केंद्रहमारा व्यवसाय ज्यादातर पब्लिक कनेक्ट बेस्ड है। जितनी सुंदर सजावट होगीउतनी ही मार्केट में डिमांड बढ़ेगी। इसलिए हम लगातार लोगों के संपर्क मेंबने रहे। कारण जैसे ही हम छह से आठ माह में पब्लिक से दूर होते तो हम अपना बाजार खो बैठते। नई डिजाइनों का दिया आर्डर टेंट के परदों और स्टेज के फूलों और विद्युत सजावट के लिए झालरों की लाकडाउन में बुकिंग की। दरअसल माल की खरीदारी के लिए हम लोगों को दिल्लीजाना पड़ता है। ऐसे में हम वहां के व्यापारियों से संपर्क करके अपनेव्यवसाय के लिए उत्पादों के फोटो और वीडियो मंगाए। परदों के डिजाइन पसंदआते ही उन्हें बुक कर दिया। जब बाजार अनलाक हुआ तो दिल्ली से बनारस केलिए माल की डिलीवरी हो गई। आयोजनों के वीडियों की बढ़ गई है मांग समय की मांग के साथ-साथ व्यवसाय को भी उस रास्ते पर ढालना पड़ता है। जबसे इंटरनेट मीडिया से कारोबार को कनेक्ट किया है तब से अब तक करीब 50 ग्राहक ऐसे मिले जिन्होंने हमारे आयोजन का वीडियो मांगा है। सभी ने एक हीबात कहा कि आप स्वच्छता पर विशेष ध्यान देते हैं। आपके आयोजन में कहीं भी गंदगी का नामोनिशान तक नहीं है।