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महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ : चौथे सेमेस्टर की परीक्षा में दूसरे का पेपर वितरित करने पर डिबार होंगे परीक्षक

एमए (गांधी अध्ययन) चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा में परीक्षार्थियों को द्वितीय सेमेस्टर का प्रश्नपत्र बांटने के प्रकरण को महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। इसकी जांच शुरू कर दी है। प्रथम दृष्टया परीक्षक स्तर पर चूक होने की बात सामने आई है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Wed, 30 Sep 2020 07:50 AM (IST)Updated: Wed, 30 Sep 2020 09:13 AM (IST)
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ : चौथे सेमेस्टर की परीक्षा में दूसरे का पेपर वितरित करने पर डिबार होंगे परीक्षक
प्रश्नपत्र बांटने के प्रकरण को महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन ने गंभीरता से लिया है।

वाराणसी, जेएनएन। एमए (गांधी अध्ययन) चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा में परीक्षार्थियों को द्वितीय सेमेस्टर का प्रश्नपत्र बांटने के प्रकरण को महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। इसकी जांच शुरू कर दी है। प्रथम दृष्टया परीक्षक स्तर पर चूक होने की बात सामने आई है। इसे देखते हुए विद्यापीठ प्रशासन संबंधित परीक्षक को तीन साल के लिए डिबार करने पर विचार कर रहा है। फिलहाल जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट परीक्षा समिति में रखी जाएगी। इसके बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी। 

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दरअसल, विद्यापीठ ने एमए (गांधी अध्ययन) के द्वितीय व चतुर्थ दोनों सेमेस्टर का प्रश्नपत्र बनाने की जिम्मेदारी एक ही परीक्षक को सौंपी थी। वहीं पेपर बनाने के बाद पैक करने में चूक कर दी गई थी। द्वितीय सेमेस्टर के लिफाफे में चतुर्थ सेमेस्टर का पर्चा भर दिया गया। इसी प्रकार चतुर्थ सेमेस्टर के कोड वाले लिफाफे में द्वितीय सेमेस्टर का पेपर भर दिया। पेपर छपने के लिए सील लिफाफा प्रेस को भेज दिया गया। कोड के अनुसार पेपर भी छप गया। सील प्रश्नपत्र 28 सितंबर को सीधे परीक्षा के समय खुला। कक्ष निरीक्षकों ने भी ध्यान नहीं दिया और परीक्षार्थियों को बांट दिया। वहीं चतुर्थ सेमेस्टर के परीक्षार्थियों ने द्वितीय सेमेस्टर का पेपर देखा तो वे हंगामा करने लगे। चतुर्थ सेमेस्टर के प्रश्नपत्र के अभाव में विद्यापीठ प्रशासन को परीक्षा स्थगित करनी पड़ी। कुलसचिव डा. एसएल मौर्य ने बताया कि जांच जारी है। जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट परीक्षा समिति में रखा जाएगा ताकि दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।


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