Lockdown in Varanasi शंकर पुरी बांट रहे अन्नपूर्णेश्वरी का प्रसाद, जरूरतमंदों तक पैकेट पहुंचाने की मुहिम
कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते पूरा देश लॉकडाउन है। लोग अपने घरों में कैद हैं। वहीं लॉकडाउन से वाराणसी के अन्नपूर्णेश्वरी दरबार की जिम्मेदारी और भी बढ़ गई है।
वाराणसी, जेएनएन। राष्ट्रहित में कोरोना वायरस की कड़ी तोडऩे को लेकर जागरूक नगर के विशिष्टजन पूरा समय घर में बिता रहे हैैं। इस अवधि का उपयोग बेहतर कार्य में लगा रहे। पेश है कुछ विशिष्टजनों की दिनचर्या जरूरतमंदों की सेवा जिसमें भोजन व दवा उपलब्ध करना शामिल है। ऐसे लोग दिनभर एक ही मुहिम में जुटे हैं।
लॉकडाउन में बढ़ी अन्नपूर्णा मंदिर की जिम्मेदारी
कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते पूरा देश लॉकडाउन है। लोग अपने घरों में कैद हैं। वहीं लॉकडाउन से अन्नपूर्णेश्वरी दरबार की जिम्मेदारी और भी बढ़ गई है। महंत रामेश्वर पुरी के सानिध्य में अन्नपूर्णा मठ मंदिर के उप महंत शंकरपुरी इसे निभा रहे हैैं। घर से बाहर निकलने की बंदिश के कारण अन्न क्षेत्र में पहले की भांति लोगों को बैठाकर अन्न प्रसाद ग्रहण कराना संभव नहीं लेकिन इसके स्थान पर मां अन्नपूर्णा का प्रसाद (भोजन के पैकेट) जरूरतमंदों तक पहुंचाने की मुहिम शुरू की गई है।
इसकी कमान उप महंत शंकरपुरी स्वयं संभाले हुए हैं। स्नान-ध्यान व मां की पूजा आराधना के बाद नर-नारायण की सेवा में सुबह 11 बजे से अन्न क्षेत्र में डट जा रहे हैं। कर्मचारियों के साथ कभी सब्जी काट रहे तो डिब्बे भी पैक कर रहे। ऐसे में लॉकडाउन के दौरान भी उनकी दिनचर्या में कोई बदलाव नहीं आया है। पहले की भांति भोर में ढाई बजे उठना व स्नान के बाद माता को स्नान कराना उनकी दिनचर्या में है। सुबह-शाम व रात में मां की आरती व भोग लगाने का क्रम भी पहले जैसा ही जारी है। दोपहर 2.30 बजे से दुर्गा सप्तशती का पाठ फिर सेवा भाव से अन्न क्षेत्र में जुट जाते हैैं ताकि मां के संकल्पों के तहत काशी में कोई भूखा न रहे। पुलिस प्रशासन और स्वयंसेवी संगठनों के माध्यम से जरूरतमंदों तक प्रसाद भोजन पहुंचाया जा रहा है।
25 लोगों के घर तक पहुंची दवा
डीएम कौशल राज शर्मा द्वारा शुभारंभ किए गए (मेडिसिन एट डोर-स्टेप) के अंतर्गत सोमवार को कुल 225 लोगों को उनके घर डिलीवरी ब्वाय द्वारा दवा पहुंचाई गई। इस कार्य में 14 मेडिकल स्टोर्स को चिह्नित कर जिम्मेदारी दी गई है। चिकित्सक द्वारा जारी परामर्श पर्ची व्हाट्सएप पर भेजे गए परामर्श के अनुसार आवश्यक दवा डिलीवरी ब्वाय उनके द्वार तक पहुंचा रहे हैं। यह योजना विशेष रुप से बुजुर्गों व ऐसे लोगों के सहायतार्थ शुरू की गई है जो दवा की दुकान तक नहीं पहुंच सकते। सेवा सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक उपलब्ध होगी।