Coronavirus Varanasi City News Update : 261 नए संक्रमित मिले, एक्टिव मरीजों की संख्या 1346
बीएचयू से रविवार को प्राप्त कोरोना वायरस मेडिकल बुलेटिन के अनुसार बीते 24 घंटे में कुल 261 नये कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आये हैं।
वाराणसी, जेएनएन। बीएचयू से प्राप्त कोरोना वायरस मेडिकल बुलेटिन के अनुसार बीते 24 घंटे में कुल 261 नये कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आये हैं। वहीं सुबह की रिपोर्ट में एक तथा शाम की रिपोर्ट में दो मरीजों की मौत की पुष्टि की गयी है। इस प्रकार बीते 24 घंटे में कुल ती मरीजों ने कोरेाना के चलते जान गंवा दी है। इसके अलावा रविवार को 312 मरीजों को होम आइसोलेशन से जबकि 72 मरीजों को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया है। जिले में अबतक 5660 कोरोना केस सामने आ चुके हैं। इनमें से 4211 मरीज ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किये जा चुके हैं, जबकि 103 मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं अब 1346 कोरोना केस जिले में एक्टिव हैं।
सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में हो रही घोर लापरवाही पर सीएमओ से मिले व्यापारी
इन दिनों तमाम अस्पतालों से कोविड-19 के मरीजों के उपचार में घोर लापरवाही सामने आ रही है। इसके कारण मरीज एवं परिजन दोनों ही परेशान हो रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि सभी सरकारी एवं प्राइवेट अस्पतालों के बाहर एलईडी स्क्रीन और सीसीटीवी कैमरे की 24 घंटे व्यवस्था हो। ताकि कोरोना के मरीजों की स्थिति उनके परिजन भी जान सके। इन मांगों के लिए महानगर उद्योग व्यापार समिति युवा मंच के अध्यक्ष मनीष चौबे के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल मुख्य चिकित्सा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। व्यापारियों ने कहा कि हाल के दिनों में मरीजों के साथ हो रही लापरवाही के कई मामले सामने आए हें। अभी ताजा घटना डिप्टी सीएमओ का है। उनका शव बदल गया। एसीएमओ के परिजनों को दूसरे की लाश दे दी गई थी। ऐसे में जरूरी है कि मरीजों की स्थिति लगातार स्क्रीन पर दिखाई जाएं। ताकि मरीज को समूचित इलाज की व्यवस्था मिल रही है या नहीं इसकी निगरानी अस्पताल के अधिकारी व खुद मरीज के तीमारदार भी कर सके। टीवी स्क्रीन पर यह दिखने के बाद पारदर्शिता बढ़ेगी और परिजन भी संतुष्ट रहेंगे।
गंभीर मरीजों की हो निश्शुल्क जांच : कमिश्नर
जिले में सर्विलांस अभियान के तहत खोजे गए डायबिटीज, हाइपरटेंशन, हृदय, गर्दा आदि के रोगों सहित अन्य गंभीर बीमारियों से पीडि़त लोगों के ऑक्सीजन स्तर की निगरानी का प्रबंधन करने का निर्देश शुक्रवार को कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने स्वास्थ्य विभाग को दिए। सायंकालीन बैठक में उन्होंने चिकित्सीय व्यवस्था की समीक्षा की। कहा जहां तक संभव हो ऐसे व्यक्तियों को स्वयं भी पल्स ऑक्सीमीटर अपने पास रखना चाहिए। उससे बराबर जांच करते रहें और सुनिश्चित करें की ऑक्सीजन का स्तर 95 से अधिक बना रहे। वहीं सघन सर्विलांस अभियान के माध्यम से जिले में यह सुनिश्चित करें कि कोविड-19 के संक्रमण का खतरा कम हो और इसके लिए आवश्यक है कि कोरोना से मिलते जुलते लक्षण वाले व्यक्तियों एवं को-मॉबिटिक मरीजों को खोजकर समय से उनकी जांच व उपचार किया जाए। वहीं जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कहा कि पहले से गंभीर बीमारियों का इलाज करा रहे लोग अपने ऑक्सीजन स्तर की नियमित जांच करते रहें। कहा शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के सभी प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, मंडलीय अस्पताल, जिला अस्पताल, लाल बहादुर राजकीय चिकित्सालय-रामनगर के अलावा चैरिटेबल अस्पतालों में पल्स ऑक्सीमीटर द्वारा आक्सीजन की निश्शुल्क जांच की सुविधा उपलब्ध है, मरीज इस सुविधा का लाभ उठाएं। इस अवसर पर आइएएस ऋषिरेन्द्र कुमार एवं आइएएस अमित कुमार सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. वीबी सिंह आदि थे।