वाराणसी में बोले ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा जैसी नवरात्र में बिजली वैसी रमजान में भी
प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि जिस प्रकार नवरात्र में बिजली की आपूर्ति की गई थी उसी प्रकार रमजान में भी बिजली आपूर्ति होगी।
वाराणसी, जेएनएन। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि जिस प्रकार नवरात्र में बिजली की आपूर्ति की गई थी उसी प्रकार रमजान में भी बिजली आपूर्ति होगी। किसी जाति व धर्म को बिजली आपूर्ति का आधार नहीं बनाया जा सकता है, जैसा कि पूर्व की सरकारों में होता रहा है। प्रयास है कि गांव व शहर के बीच का अंतर भी समाप्त कर बिजली आपूर्ति एक समान कर दी जाए।
कैंटोमेंट स्थित एक होटल में बुधवार को पत्रकारों से अनौपचारिक वार्ता के दौरान श्रीकांत शर्मा ने दिल की बात साझा करते हुए कहा कि एक वक्त था जब 12 घंटे बिजली की कटौती होती थी तो मुद्दा बनता था, अब हालात ऐसे हैं कि 12 मिनट की कटौती पर ही विपक्ष बिजली को मुद्दा बनाने लगता है। कहा कि प्रदेश सरकार ने ऊर्जा के क्षेत्र में बहुत से कार्य किए हैं। जहां ग्रिड की क्षमता बढ़ाई जा रही है तो वहीं वैकल्पिक ऊर्जा के स्रोतों को भी बढ़ावा दिया है। विभाग को भ्रष्टाचार मुक्त किया गया है। डिजिटलाइजेशन की ओर तेजी से कदम बढ़ा है। स्मार्ट मीटर, आनलाइन बिलिंग, ट्रांसफार्मरों पर ओवरलोड मीटर के साथ उपभोक्ताओं के लिए 1912 टोल फ्री नंबर जारी कर भ्रष्टाचार पर प्रहार किया है।
ट्रांसफार्मर जले तो एसडीओ जवाबदेह : जानकारी दी कि अब ट्रांसफार्मरों के जलने पर भी जवाबदेही तय की गई है। इसके लिए एसडीओ को जिम्मेदारी दी गई है। हर ट्रांसफार्मर उनकी निगरानी में है। अगलगी की घटना के बाद जांच होगी। मेंटनेंस को लेकर खामियां मिलीं तो एसडीओ नपेंगे। कहा कि एमडी से लेकर मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता समेत अन्य को नियमित निरीक्षण के लिए निर्देशित किया गया है जिसकी रिपोर्ट बनाएंगे और शासन-प्रशासन तक भेजेंगे। इसके अलावा एसडीओ निरीक्षण कर उपकेंद्र पर रखे रजिस्टर को भरेंगे जिसमें खामियां व उसके निस्तारण के प्रयास भी दर्ज होंगे। घटना होने पर उच्च स्तरीय अधिकारी उस रजिस्टर को भी जांचेंगे जिसे एसडीओ द्वारा भरा गया है।
विपक्षियों में बौखलाहट, बिगड़े बोल
श्रीकांत शर्मा ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी की लहर के सामने विपक्षी घबरा गए हैं। इस कारण उनके बोल बिगड़ गए हैं। उन्होंने कांग्रेस नेता संजय निरुपम, प्रियंका वाड्रा व ममता बनर्जी के बयान की निंदा की। कहा कि ऐसे शब्दों का इस्तेमाल लोकतांत्रिक नहीं है। हालांकि भाजपा को पूरी आशंका है कि 19 मई ज्यों-ज्यों नजदीक आएगा, ऐसे नेताओं के बोल और बिगड़ेंगे।
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